Delhi Weather Update: पहाड़ों की रानी शिमला और धर्मशाला से भी ज्यादा ठंड दिल्ली में
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के पसंदीदा पर्वतीय स्थलों 'पहाड़ों की रानी' शिमला और धर्मशाला से कम से कम दो डिग्री अधिक ठंडी रही. शिमला में मौसम कार्यालय ने कहा कि इसी तरह, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में कई स्थान पहाड़ी पर्यटन स्थलों की तुलना में अधिक ठंडे थे.
नई दिल्ली/शिमला, 15 दिसंबर : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के पसंदीदा पर्वतीय स्थलों 'पहाड़ों की रानी' शिमला और धर्मशाला से कम से कम दो डिग्री अधिक ठंडी रही. शिमला में मौसम कार्यालय ने कहा कि इसी तरह, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में कई स्थान पहाड़ी पर्यटन स्थलों की तुलना में अधिक ठंडे थे. दिल्ली में न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि शिमला में न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो गुरुवार से 1.8 डिग्री अधिक है. धर्मशाला में 8.2 डिग्री सेल्सियस और डलहौजी में 6.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा.
पंजाब के अमृतसर और लुधियाना तथा हरियाणा के हिसार और करनाल में न्यूनतम तापमान क्रमश: 8 डिग्री, 11.8, 6.2 और 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री दर्ज किया गया. शिमला के मौसम कार्यालय के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि मैदानी इलाकों की तुलना में शिमला और धर्मशाला में रात का तापमान अधिक रहा. उन्होंने कहा, "यह एक प्राकृतिक घटना है और मुख्य रूप से पहाड़ की चोटियों पर एक परत के जमने के कारण होती है." यह भी पढ़ें : Weather Update: दिल्ली-यूपी से पंजाब तक छाया कोहरा, शीतलहर के साथ बढ़ेगी ठिठुरन
आमतौर पर ऊंचाई बढ़ने पर हवा ठंडी हो जाती है. अधिकांश मैदानी इलाकों में दिन का तापमान शिमला की तुलना में असामान्य रूप से अधिक है. मैदानी इलाकों से उठी गर्म हवा पहाड़ों की मौजूदा ठंडी हवा पर हावी हो गई. जीरो से 3.5 डिग्री नीचे लाहौल-स्पीति जिले का सुमदोह हिमाचल प्रदेश में सबसे ठंडा रहा. हिमाचल के कसौली, चैल, कुफरी, नारकंडा और पालमपुर जैसे लोकप्रिय स्थलों में मौसम सुहाना रहने की उम्मीद है. दिल्ली की एक पर्यटक निकिता गौड़ ने टिप्पणी की, ''शिमला में कितने सुखद दिन हैं, हम लंबे धूप वाले दिनों और सुहावनी रातों का आनंद ले रहे हैं.'' मौसम विज्ञानियों ने कहा कि जब तक कैस्पियन सागर से उठने वाली और अफगानिस्तान पाकिस्तान क्षेत्र से होकर गुजरने वाली पश्चिमी विक्षोभ या वेस्टर्न डिस्टर्बन्स इस क्षेत्र में सक्रिय नहीं होतीं, तब तक पहाड़ियों में शुष्क मौसम जारी रहेगा.