Delhi MCD Elections 2022: दिल्ली एमसीडी चुनाव को लेकर BJP अध्यक्ष आदेश गुप्ता का दावा, 200 से अधिक सीटें जीतेंगे
आदेश गुप्ता (Photo Credits PTI)

Delhi MCD Elections 2022: भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) ने चार दिसंबर को होने वाले दिल्ली नगर निगम (MCD) के 250 वाडरें के चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें जीतने का भरोसा जताया है. उनका कहना है कि पार्टी के उम्मीदवारों को जनता का समर्थन प्राप्त है जबकि भ्रष्टाचार और घोटालों के कारण आप की छवि धूमिल हुई है. गुप्ता ने आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार (इंटरव्यू) में यह टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में लोगों ने भाजपा को जो प्यार और समर्थन दिया है, वह हमें विश्वास दिलाता है कि हम निश्चित रूप से जीत रहे हैं.

उन्होंने कहा, पार्कों का सौंदर्यीकरण हो, 500 कचरे के ढेर हटाना हो, पार्टी की कई उपलब्धियां हैं. हमारे उम्मीदवारों को जनता का समर्थन प्राप्त है. भ्रष्टाचार और घोटालों के कारण आम आदमी पार्टी की 'ईमानदार' छवि धूमिल हुई है. यह भी पढ़े: Delhi MCD Election 2022: दिल्ली एमसीडी चुनाव के लिए BJP ने सभी 250 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की

प्रस्तुत हैं आदेश गुप्ता से साक्षात्कार के कुछ अंश

सवाल- 'आप' के घोषणापत्र के बारे में आप क्या सोचते हैं? क्या इसका वोटिंग पर कोई असर पड़ेगा?

जवाब- अरविंद केजरीवाल ने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया है. उन्होंने यमुना नदी को साफ करने का वादा किया था लेकिन उन्होंने नहीं किया. केंद्र ने उन्हें एसटीपी प्लांट लगाने के लिए 2500 करोड़ रुपये भी दिए थे, लेकिन वो भी नहीं हुआ. उन्होंने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने का भी वादा किया था.

पहले वह वायु प्रदूषण के लिए पंजाब और हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराते थे, लेकिन अब जब पंजाब में आप की सरकार है, तो उन्होंने दोष केंद्र और दिल्ली के एलजी पर मढ़ दिया है। लोगों के कल्याण के लिए कुछ भी करने का उनका इरादा नहीं है. उन्होंने नजफगढ़ बांध की सफाई के लिए एक करोड़ रुपये का बजट रखा है, लेकिन विज्ञापन के लिए 800 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं. अंतत: जनता तय करेगी कि उनके लिए कौन काम करेगा.

सवाल-आप कितनी सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे हैं?

जवाब- हम 200 से ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे हैं। बीजेपी आप से आगे है. आप का हर घोटाला और भ्रष्टाचार बाहर है, जनता अब उनकी मंशा जान गई है.

सवाल- क्या कांग्रेस के न होने से कोई असर पड़ेगा?

जवाब- 2007 में हमारा सीधा मुकाबला कांग्रेस से था, जो 2012 में दोहराया गया। 2017 में हमारा कांग्रेस और आप से त्रिकोणीय मुकाबला था और उस बार भी हम जीते थे। 2022 में भी सीधी लड़ाई हो या त्रिकोणीय, हम जीतेंगे.

सवाल- सत्ता विरोधी लहर सबसे बड़ी कमजोरी बताई जा रही है, इस पर आपकी क्या टिप्पणी है?

जवाब - हम एंटी-इनकंबेंसी के तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकते। हम हर किसी को खुश नहीं रख सकते लेकिन बीजेपी बड़े हितों पर फोकस करती है और यही हमारी मजबूत बात है. हम लोगों के लिए, लोगों के कल्याण के लिए काम करते हैं। सत्ता विरोधी लहर है लेकिन उससे भी ज्यादा लोग हमारे पक्ष में हैं.

सवाल- एमसीडी युवाओं और नए मतदाताओं के लिए क्या करेगी?

जवाब- हम लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए छोटे समूहों से मिल रहे हैं। ऐसी हजारों सभाएं हो रही हैं। समाज में महिलाओं और वृद्धों के लिए पॉकेट बैठकें हो रही है. हम पेशेवरों से भी मिल रहे हैं और हम समाज के हर वर्ग को कवर करने की कोशिश कर रहे हैं.

सवाल- 'आप' कचरे के मुद्दे को लेकर बीजेपी पर हमला बोल रही है। मनीष सिसोदिया ने भी लैंडफिल साइट का दौरा किया और आपकी पार्टी पर कटाक्ष किया, आपकी क्या टिप्पणी है?

जवाब- अगर हम लैंडफिल साइट्स की बात करें तो हम रोजाना 11,000 टन कचरा कम कर रहे हैं। यह भारत में पहली बार है कि हम कचरे से बिजली बना रहे हैं। हमने दिल्ली में 500 कचरा घरों को हटा दिया है। केंद्र की मदद से हम लैंडफिल साइटों की ऊंचाई कम कर रहे हैं, कचरे को अलग कर रहे हैं और उसे बिजली उत्पादन संयंत्र में भेज रहे हैं। पिछले दो साल में हमने लैंडफिल साइट से एक तिहाई कचरा हटाया है और बाकी 2024 तक हटा देंगे.

सवाल- 'आप' को मुफ्त उपहार (फ्री सुविधाएं) का हमेशा फायदा होता है, इस कल्चर पर आपका क्या स्टैंड है?

जवाब- वह दिल्ली के लोगों को कोई मुफ्त उपहार नहीं दे रहे हैं। कई झुग्गी वालों को प्रति माह 1,000 रुपये का बिल मिल रहा है. मुफ्त तोहफे सिर्फ अपने नेताओं के लिए हैं। मुफ्त के नाम पर अपनी ही जेबें भर रहे हैं.

सवाल- भाजपा के पास दिल्ली राज्य के लिए कोई चेहरा नहीं होने पर आपका क्या रुख है?

जवाब- हर कार्यकर्ता हमारा चेहरा है, वह हमारी ताकत है। 'आप' के पास ऐसे कार्यकर्ता नहीं हैं जो घर-घर जाकर प्रचार कर सकें और लोग हमारे कार्यकर्ताओं को पहचानते हैं। हमारे कार्यकर्ता उनके जैसे नहीं हैं जो देश में कोविड-19 महामारी के प्रकोप के समय घर पर थे। हमारे कार्यकर्ता थे जो सड़कों पर थे। लोग यह जानते हैं और हमारा समर्थन करते हैं क्योंकि हम उनके लिए काम करते हैं