Delhi Pollution: दमघोंटू प्रदूषण से खुद को सुरक्षित रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स, सरकार के सुझाव भी कारगर
दिल्ली में प्रदूषण से हालात बिगड़े (Photo Credits: IANS)

नई दिल्ली: देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) पिछले कुछ वर्षों की तरह ही इस बार भी सर्दी के मौसम से पहले गैस चेंबर के रूप में तब्दील हो गई है. हालात इतने खराब है कि छोटे बच्चे और बुजुर्ग घरों में कैद रहने के लिए मजबूर हो गए है. हालांकि प्रदूषण (Pollution) पर लगाम लगाने के प्रयास के तहत दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने सोमवार सुबह से वाहनों की सम-विषम योजना (Odd-Even Scheme) लागू की.

दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर स्तर से ऊपर पहुंचने के बाद दिल्ली सरकार ने नागरिकों को यथासंभव घरों के अंदर बने रहने की सलाह दी है. स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की तरफ से जारी सलाह में कहा गया है, "घरों में बने रहे या बाहर की गतिविधियों को फिर से निर्धारित करें और सांस लेने में दिक्कत होने, चक्कर आने, खांसी, सीने में दर्द या आंखों में जलन की शिकायत होने पर पास के डॉक्टर से परामर्श लें."

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उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए लोगों से शरीर में एंटीऑक्सिडेंट के स्तर को बढ़ाने के लिए आहार में ब्रोकोली, गाजर, पालक, लाल गोभी, लाल मिर्च आदि शामिल करने की अपील की है.

दिल्ली में सोमवार सुबह प्रदूषण के कारण धुंध छाई रही. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में न्यूनतम तापमान 18.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई. जो कि इस मौसम के औसत से चार डिग्री सेल्सियस ज्यादा है. अधिकतम तापमान के 28 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने की उम्मीद है.

कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषण का मौजूदा स्तर प्रति दिन 33 सिगरेट पीने के बराबर है. अमेरिकी दूतावास ने रविवार को पीएम 2.5 के स्तर को अपराह्न् एक बजे 802 पर दर्ज किया. उल्लेखनीय है कि एक्यूआई 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है.