Delhi: सरकारी स्कूल में क्लास में घुसकर यौन उत्पीड़न करने वाले संदिग्ध को पुलिस ने दबोचा, प्रिंसिपल सस्पेंड, 2 टीचरों की छुट्टी
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली (Delhi) में एक सरकारी स्कूल की कक्षा में घुसकर दो लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने वाले संदिग्ध आरोपी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि भजनपुरा (Bhajanpura) एमसीडी (MCD) स्कूल में छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले में पुलिस ने 40 वर्षीय एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने गुरुवार को पीड़ित लड़कियों के बयान के आधार पर आरोपी का स्केच जारी किया था.

पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल (Shyam Sunder Aggarwal) ने बताया कि संबंधित प्राथमिक बालिका विद्यालय (Primary Girls School) में एक व्यक्ति द्वारा कथित रूप से प्रवेश करने और छात्राओं से छेड़छाड़ करने के मामले स्कूल के प्रिंसिपल और क्लास टीचर को निलंबित कर दिया है, और एक अनुबंध टीचर की सेवाओं को समाप्त कर दिया गया है.

हाल ही में दिल्ली महिला आयोग ने दावा किया था कि पूर्वी दिल्ली में एक सरकारी स्कूल की कक्षा में एक व्यक्ति कथित तौर पर घुसा और उसने दो लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया तथा छात्रों के सामने कपड़े उतार कर पेशाब की. आयोग ने बताया था कि जब छात्राओं ने इस घटना की जानकारी प्राचार्य और शिक्षक को दी तो उन्होंने उन्हें चुप रहने और भूल जाने को कहा.

दिल्ली महिला आयोग ने इस संबंध में पुलिस और ईडीएमसी को एक नोटिस जारी किया है लेकिन कक्षा में एक अजनबी के प्रवेश को लेकर नगर निकाय के अधिकारियों की ओर से कोई तात्कालिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.

दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने भजनपुरा में पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) के स्कूल में लड़कियों के यौन उत्पीड़न के संबंध में एक मामला दर्ज किया है.

निकाय के स्कूलों में कक्षा पांच तक के छात्र पढ़ते हैं. दिल्ली महिला आयोग ने 30 अप्रैल को जारी नोटिस में कहा कि स्कूल एसेम्ब्ली के बाद छात्र कक्षा में अपने शिक्षक का इंतजार कर रहे थे तभी एक अजनबी कक्षा में घुसा. नोटिस में कहा गया, “कथित तौर पर उसने एक बच्ची के कपड़े उतारे और उससे अश्लील शब्द कहे. इसके बाद वह दूसरी लड़की के पास गया और उसके तथा अपने कपड़े उतारे. इसके बाद आरोपी ने कक्षा का दरवाजा बंद कर दिया और छात्रों के सामने पेशाब की.” आयोग ने कहा, “यह एक गंभीर मामला है और इस पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.”

जिसके बाद पुलिस ने यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण कानून (पॉक्सो) के तहत मामला दर्ज किया था और आरोपी को पकड़ने के लिए विशेष दल बनाये गए थे.