दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने स्टेशन परिसर और अंदर ट्रेन में मास्क नहीं पहनने वाले 2 हजार से अधिक लोगों पर जुर्माना लगाया. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, DMRC के आंकड़ों से पता चलता है कि 11 सितंबर से 20 सितंबर तक मास्क न पहनने के लिए 2 हजार से अधिक लोगों पर जुर्माना लगाया गया. यह भी पढ़ें: Delhi Metro: 169 दिन बाद फिर से पटरियों पर दौड़ी दिल्ली मेट्रो, हुडा सिटी सेंटर से समयपुर बादली के लिए सेवा शुरू
नई यात्रा दिशानिर्देशों का पालन करने के प्रयास में टीमों ने 5 हजार से अधिक लोगों की काउंसलिंग की. कोरोनावायरस महामारी के बीच दिल्ली मेट्रो 5 महीने से अधिक गैप के बाद फिर से शुरू हुई है. रेल कॉर्पोरेशन ने रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि जुर्माना केवल सीमित मामलों में ही लगाया जा रहा है, जहां यात्री ठीक से काउंसलिंग के निर्देश नहीं फ़ॉलो कर रहे हिं और मास्क नहीं पहनने और ट्रेन में उपद्रव मचाने के लिए उनपर फैन लगाया जा रहा है.
दिल्ली मेट्रो ने साढ़े पांच-महीने के अंतराल के बाद 7 सितंबर को बड़े पैमाने पर सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया है. 12 सितंबर से मेट्रो लाइंस पूरी तरह से कार्य कर रहे हैं. यात्रियों की सुरक्षा के लिए, DMRC ने यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रोटोकॉलों के एक होस्ट रखा है. मेट्रो कर्मचारी यात्रियों द्वारा ले जाने वाले सामान कीटाणुरहित करने के लिए तैनात हैं. राष्ट्रीय राजधानी में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. इसलिए वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नियमों का पालन करने के लिए कड़ाई बरती जा रही है.
नई यात्रा दिशानिर्देशों का पालन करने के प्रयास में टीमों ने 5 हजार से अधिक लोगों की काउंसलिंग की. कोरोनावायरस महामारी के बीच दिल्ली मेट्रो 5 महीने से अधिक गैप के बाद फिर से शुरू हुई है. रेल कॉर्पोरेशन ने रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि जुर्माना केवल सीमित मामलों में ही लगाया जा रहा है, जहां यात्री ठीक से काउंसलिंग के निर्देश नहीं फ़ॉलो कर रहे हिं और मास्क नहीं पहनने और ट्रेन में उपद्रव मचाने के लिए उनपर फैन लगाया जा रहा है.
दिल्ली मेट्रो ने साढ़े पांच-महीने के अंतराल के बाद 7 सितंबर को बड़े पैमाने पर सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया है. 12 सितंबर से मेट्रो लाइंस पूरी तरह से कार्य कर रहे हैं. यात्रियों की सुरक्षा के लिए, DMRC ने यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रोटोकॉलों के एक होस्ट रखा है. मेट्रो कर्मचारी यात्रियों द्वारा ले जाने वाले सामान कीटाणुरहित करने के लिए तैनात हैं. राष्ट्रीय राजधानी में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. इसलिए वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नियमों का पालन करने के लिए कड़ाई बरती जा रही है.