Delhi Liquor Scam: आबकारी नीति मामले में केजरीवाल से पूछताछ जारी, CBI मुख्यालय के पास धरने पर पंजाब सीएम व दिल्ली कैबिनेट के मंत्री
CBI दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे आप नेता (Photo: ANI)

नई दिल्ली, 16 अप्रैल: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल रविवार को सीबीआई दफ्तर जाने से पहले राजघाट पहुंचे. इस दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान, राज्यसभा सदस्य संजय सिंह व राघव चड्ढा, दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत, आतिशी, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन समेत कई बड़े नेता भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ रहे. हालांकि सीबीआई मुख्यालय से कुछ दूरी पर दिल्ली पुलिस ने लोधी रोड पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली सरकार के मंत्रियों को सीबीआई दफ्तर से पहले ही रोक लिया. यह भी पढ़ें: Atiq-Ashraf Murder: अतीक और अशरफ की हत्या के बाद एक्शन में गृहमंत्रालय, पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर SOP तैयार करेगा

पुलिस द्वारा सीबीआई मुख्यालय तक न जाने देने पर यह 'आप' नेता धरने पर बैठ गए. वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम जुल्म-अत्याचार के खिलाफ जनता की आवाज और उम्मीद बनकर आखिरी सांस तक लड़ेंगे. हम अन्याय और जुल्म के खिलाफ सत्य के रास्ते पर हैं. अंत में जीत सत्य की ही होगी. गौरतलब है कि कथित शराब घोटाले में सीबीआई ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया है. रविवार को उनसे इस विषय में पूछताछ की जा रही है.

देखें ट्वीट:

सीएम अरविंद केजरीवाल ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले कहा कि देश में कुछ राष्ट्र विरोधी ताकते हैं और मैं इन सभी राष्ट्र विरोधी ताकतों को कहता हूं कि अब भारत रूकेगा नहीं. देश के लोग बहुत बेचैन हैं. अब भारत तरक्की करेगा, अब भारत आगे बढ़ना चाहता है. तुम हम भारत वासियों को जितना मर्जी परेशान कर लो, लेकिन भारत रूकने वाला नहीं है. तुम्हारी इन गीदड़ धमकियों से भारत रूकने वाला नहीं है, भारत तो आगे बढ़ेगा.

सीएम ने कहा कि राष्ट्र विरोधी ताकतें नहीं चाहती हैं कि देश में स्कूल-अस्पताल बने, गरीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले और भारत दुनिया का नंबर-1 देश बने. मैं इन राष्ट्र विरोधी ताकतों से कहना चाहता हूं कि तुम हम भारतवासियों को जितनी मर्जी परेशान कर लो, लेकिन अब भारत रूकने वाला नहीं है.

उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरक्की को देखकर पूरे देश को एक उम्मीद जगी कि दिल्ली का विकास हो सकता है तो बाकी भारत का भी हो सकता है। पूरे देश को एक उम्मीद जगी कि भारत दुनिया का नंबर-1 देश बन सकता है. लेकिन देश के अंदर कुछ राष्ट्र विरोधी ताकतें हैं, जो भारत की तरक्की नहीं चाहती हैं. 75 साल से इन्हीं राष्ट्र विरोधी ताकतों ने देश को जकड़ कर रखा है. ये राष्ट्र विरोधी ताकतें नहीं चाहती हैं कि देश में स्कूल बनें. ये नहीं चाहती हैं कि गरीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले. ये नहीं चाहती हैं कि देश में अस्पताल बनें और सबको अच्छा इलाज मिले. ये नहीं चाहती हैं कि भारत दुनिया का नंबर-1 देश बने.