नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) में दिन में ड्यूटी करने वाले व्यक्ति ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) बनवाने के लिए अब रात में भी ड्राइविंग टेस्ट (Driving Test) दे सकेंगे. ऐसे कामकाजी लोगों की समस्याओं का समाधान करते हुए नाइट शिफ्ट में भी ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक (Automatic Driving Test Trek) शुरूआत की गई है. इसके लिए दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने अभी 3 ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक की शुरूआत की है. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत (Kailash Gehlot) ने शकूरबस्ती (Shakurbasti), मयूर विहार (Mayur Vihar) और विश्वास नगर (Vishwas Nagar) में नाइट टेस्ट के लिए स्थापित ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का बुधवार को अनावरण किया. अब यहां ड्राइविंग टेस्ट देने वाले दिल्ली के लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जा सकेगा. सरकार ने अप्रैल माह में मयूर विहार और विश्वास नगर में ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक का ट्रायल शुरू किया था, जिसकी सफलता के बाद अब इसकी औपचारिक शुरूआत की गई है. Mumbai: मुंबई में दोपहिया वाहनों पर पीछे बैठने वालों के लिए हेलमेट अनिवार्य, नियम के उल्लंघन पर लाइसेंस हो सकता है निलंबित
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि हम नागरिकों को सर्वोत्तम सेवा प्रदान करने के लिए सफल परीक्षण कर रहे हैं. मई से पायलट के तहत ड्राइवर टेस्ट उपलब्ध हैं, जहां लोग नाइट शिफ्ट में ड्राइविंग टेस्ट की सुविधा का लाभ उठाकर अपने समय को बचा सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार एक मई से नाइट शिफ्ट में पहले ही 2500 से अधिक ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट हो चुके हैं.
नाइट शिफ्ट की निगरानी के लिए प्लाइट, कैमरा रिजॉल्यूशन आदि जैसे सुधार किए जा रहे हैं. रात के टेस्ट की सुविधा दिन के समय जितनी ही अच्छी है. संस्थानों में 8 नए एडीटीटी भी जोड़े रहे हैं, जो अभी निविदा की चरण में है. प्रतीक्षा समय कम करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम होगा.
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि विभाग ने 12 ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक स्थापित करने के लिए मारुति सुजुकी फाउंडेशन को जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही सभी 12 ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक सेंटर को ऑपरेटर देखरेख की जिम्मेदारी रोसमेर्टा टेक्नोलॉजी लिमिटेड को दी गई है.
उन्होंने बताया कि ड्राइविंग टेस्ट की बारीकी से जांच हो इसके लिए हाई रेजोल्यूशन के 17 कैमरा लगाए गए हैं, जो रियल टाइम फुटेज और इमेज कैप्चर करता है. साथ ही टोकन के लिए इलेक्ट्रॉनिक कतार प्रबंधन प्रणाली भी लगाई गई है जो टेस्ट देने आए हुए लोगों को टोकन के साथ समय निर्धारित करती है. उन्होंने बताया कि एप्लीकेंट इसमें फस्र्ट इन फस्र्ट आउट करेंगे. बिना टोकन लिए किसी अन्य व्यक्ति का टेस्ट नहीं हो सकेगा. इसके लिए 6 सर्वर लगाए गए हैं, जो वीडियो को अच्छी तरह से जांच करेगा और उसका पारदर्शी रिजल्ट देगा. साथ ही साथ सारथी सॉफ्टवेयर पर ऑटोमेटिक अपलोड कर देगा.
कैलाश गहलोत ने बताया कि ड्राइविंग टेस्ट के दौरान मोटर व्हीकल एक्ट 99 के तहत आने वाले 20 आवश्यक ड्राइविंग स्किल्स की जांच की जाएगी.
ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक पर शाम 5 बजे से शाम 8 बजे तक ड्राइविंग टेस्ट होगी. हर ट्रैक पर प्रतिदिन 45 अपॉइंटमेंट बुक किए जाएंगे. सभी 12 ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक चालू होने के बाद प्रतिदिन 3000 अपॉइंटमेंट शेड्यूल उपलब्ध होगा. फिलहाल इन तीनों ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक पर प्रतिदिन 135 ड्राइविंग टेस्ट शेड्यूल किया जा रहा है.
तीनों जगह एक से 24 मई के बीच ट्रायल किया गया. जिसमे उत्साहवर्धक नतीजे सामने आए हैं. शकुरबस्ती, मयूरविहार और विश्वासनगर के ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक पर 30 अप्रैल से 24 मई तक ट्रायल के दौरान 2565 स्लॉट बुक हुए थे. जिसने से शकुरबस्ती में 855 लोगों ने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए स्लॉट बुक किया था. जिसमें से 255 लोग ड्राइविंग टेस्ट देने के लिए पहुंचे थे.