अनलॉक होने के बाद दिल्ली में बढ़ा क्राइम रेट, महिलाओं के खिलाफ अपराध और रेप के मामलों में 20 प्रतिशत तक वृद्धि
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

कोरोना वायरस (coronavirus) की कम होती रफ्तार के बाद अनलॉक होते ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में एक बार फिर से महिलाओं के खिलाफ अपराध (Crime and Rape cases against women) के मामले बढ़ने लगे हैं. महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में कई ऐसे भी मामले हैं जिनमें 6 से 20 फीसदी तक की वृद्धि हुई है. दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, अनलॉक होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में छेड़छाड़ और रेप के मामलों में 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. Haryana Shocker: संपत्ति हड़पने के लिए हत्यारन बनी बहू, सास पर चाकू से हमला कर की हत्या

वहीं टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने 31 अक्टूबर 2020 तक दुष्कर्म के 1,429 मामले दर्ज किए थे. वहीं इस साल अक्टूबर तक ही ये मामले बढ़कर 1725 हो गए हैं. छेड़छाड़ के मामलों में 20.44 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस साल अक्टूबर तक 2157 छेड़छाड़ के मामले पुलिस ने दर्ज किए हैं, जबकि पिछले साल ये आंकड़ा 1791 था.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आंकड़ों में यह वृद्धि कोरोना के बाद शहर के अनलॉक होने के बाद बढ़ी है. पिछले साल कोरोना वायरस महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन में 2019 की तुलना में रेप के मामलों में 28 फीसदी तक की कमी आई थी. वहीं छेड़छाड़ के मामलों में भी 32.19 प्रतिशत की कमी हुई थी.

वहीं वर्ष 2019 में जनवरी और दिसंबर के बीच 2168 रेप के मामले दर्ज किए गए थे. जो पिछले साल 21 प्रतिशत गिरकर 1699 रहे. वहीं वर्ष 2020 में, महिलाओं के अपहरण और घर से भाग जाने के संयुक्त रूप से कुल 2344 मामले दिल्ली में दर्ज किए गए थे. जबकी इस इस तरह के अक्टूबर तक कुल 3,342 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं शील भंग के तहत दर्ज मामलों में भी 6.5 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. बीते वर्ष 350 मामलों के मुकाबले, इस साल 373 मामले दर्ज किए गए हैं.

आंकड़ों के अनुसार, 97 प्रतिशत से अधिक मामलों में आरोपी पीड़ितों के परिचित थे, जबकि अजनबियों द्वारा बलात्कार के करीब 2 फीसदी मामले समाने आए हैं. दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से महिलाओं के खिलाफ अपराधों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने के आदेश दिए हैं.