नई दिल्ली: क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने के बाद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) एक नई मुसीबत में पड़ गए हैं. दरअसल, दिल्ली की एक अदालत ने एक रियल एस्टेट प्रोजेक्ट में फ्लैट खरीदारों से कथित तौर पर धोखाधड़ी से जुड़े एक मामले में लगातार समन भेजने के बावजूद पेश नहीं होने पर बुधवार को पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर के खिलाफ जमानती वारंट (Bailable Warrant) जारी किया. शिकायत के मुताबिक, 17 फ्लैट खरीदारों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने 2011 में गाजियाबाद (Ghaziabad) के इंदिरापुरम क्षेत्र में एक आने वाले एक प्रोजेक्ट में फ्लैटों की बुकिंग के लिए 1.98 करोड़ रुपए दिए थे लेकिन यह प्रोजेक्ट कभी शुरू नहीं हुआ.
गंभीर रूद्र बिल्डवेल रिएलिटी प्राइवेट लिमिटेड और एच. आर. इंफ्रासिटी प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त प्रोजेक्ट के निदेशक और ब्रांड एम्बेसेडर थे. हाउसिंग प्रोजेक्ट में अपार्टमेंट बुक करने के नाम पर जनता से 1.98 करोड़ रुपए ठगने के आरोप में 2016 में मामला दर्ज कराया गया था. यह भी पढ़ें- पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कोहली के बल्लेबाजों को लेकर कही ऐसी बात जिसे जानकर हर भारतीय को आएगा गुस्सा
मुख्य मेट्रोपॉलिटल मजिस्ट्रेट मनीष खुराना ने कहा कि इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि गौतम गंभीर इस मामले में लगातार पेश नहीं हो रहे हैं और यहां तक कि सुनवाई की अंतिम तारीख में छूट संबंधी अर्जी खारिज होने के बाद भी वह हाजिर नहीं हुए इसलिए आरोपी के खिलाफ 10 हजार रुपए का जमानती वारंट जारी किया जाता है.
गौरतलब है कि साल 2011 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने चार दिसंबर को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान किया था.
एजेंसी इनपुट