नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने शनिवार को आने वाले महीनों में शहर के लिए बुनियादी ढांचे से संबंधित दो परियोजनाओं की घोषणा की है. जिसमें लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) के अधिकार क्षेत्र के तहत 1,400 किलोमीटर सड़कों का नवीनीकरण और लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए ई-स्कूटर (E-Scooter) शामिल हैं. सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हम शहर की सड़कों को खूबसूरत बनाना चाहते थे. मैं पिछले कई सालों से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूं और कई पायलट प्रोजेक्ट करवाए हैं. अब यह प्रोजेक्ट जोरों पर नजर आ रहा है. इसके बाद, दिल्ली की कुल 1400 किलोमीटर (45 फीट चौड़ी पीडब्ल्यूडी) सड़कों का नवीनीकरण किया जाएगा. इन सड़कों पर सभी फुटपाथों, सेंट्रल वर्ज और टूटे मैनहोल की मरम्मत की जाएगी.
इस परियोजना के लिए 20 मार्च तक कायार्देश पूरा कर लिया जाएगा और यह 1 अप्रैल से शुरू हो सकता है. सड़कों के मध्य किनारों के साथ-साथ सड़कों के किनारे खाली जगहों पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा. सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली सरकार भी ई-स्कूटर पेश करने की योजना बना रही है. Tripura Elections 2023: बीजेपी के बाद कांग्रेस ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए जारी की 17 उम्मीदवारों की पहली सूची, यहां देखें पूरी लिस्ट
सीएम केजरीवाल ने यह भी कहा कि लास्ट-माइल कनेक्टिविटी के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट द्वारका में लॉन्च किया जाएगा. हमने बहुत सारी बसें खरीदी हैं लेकिन लास्ट-माइल कनेक्टिविटी एक बड़ा मुद्दा है. हम लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए ई-स्कूटर ला रहे हैं.
दिल्ली सरकार द्वारका में 250 जगहों पर 1500 स्कूटर मुहैया कराएगी. परियोजना के बारे में अधिक जानकारी साझा करते हुए, केजरीवाल ने कहा कि राइडर को ई-स्कूटर खुद चलाना होगा. राइडर इन 250 स्थानों से ई-स्कूटर ले सकता है और इनमें से किसी भी स्थान पर उतर भी सकता है. सीएम ने कहा कि ई-स्कूटर हेलमेट के साथ आएंगे, कोई भी किराए पर ले सकता है और यह एक बार चार्ज करने पर 60 किमी तक चलेगा.
उन्होंने कहा कि कंपनी के साथ समझौते के 4 महीने के भीतर 100 स्थानों पर 500 स्कूटर मुहैया कराये जायेंगे. अगले 4 महीनों में 500 ई-स्कूटर अगले 100 स्थानों पर आएंगे और अगले 4 महीनों में शेष प्रदान किए जाएंगे. सभी 250 स्थानों पर कुल मिलाकर 1500 ई-स्कूटर उपलब्ध होंगे. मॉल, मेट्रो, बस स्टैंड, अस्पताल, बाजार जैसी ये 250 लोकेशन ऐसी होंगी, जहां सबसे ज्यादा भीड़ होती है.