नई दिल्ली, 15 अक्टूबर: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण (Delhi-NCR Pollution) की रोकथाम के लिए 50 टीमें एक्शन मोड में आ गईं हैं. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने गुरुवार को अपने आवास से सभी टीमों को दिल्ली एनसीआर के चिन्हित क्षेत्रों के लिए रवाना किया. ये टीमें 15 अक्टूबर से 28 फरवरी 2021 तक एक्टिव रहेंगीं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) की ये टीमें पूरे एनसीआर में घूमकर हवा दूषित करने वाले सोर्स का पता लगाएंगी.
राजधानी दिल्ली के अलावा एनसीआर में शामिल हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, बल्लभगढ़, झज्जर, पानीपत, सोनीपत, राजस्थान के अलवर, भरतपुर और उत्तर प्रदेश के नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ में चिन्हित उन हॉटस्पॉट पर नजर रखेंगी जहां से प्रदूषण फैलने की सर्वाधिक आशंका है. जहां कहीं भी प्रदूषण फैलता मिलेगा वहां की स्पॉट रिपोटिर्ंग करेंगी. ये टीमें फील्ड में जाकर प्रदूषण फैलाने की वजह बने कारकों मसलन, सॉलिड वेस्ट, धूल से भरीं टूटी सड़कों, बिल्डिंग ध्वस्तीकरण, कूड़े-कचरे का ढेर, खुले में कचरे को जलाने आदि पर नजर रखेंगी.
Delhi: Air quality dips in the national capital; visuals from Rajpath. A cyclist says, "Govt should do something about stubble burning in neighbouring states, which is affecting the air quality here." pic.twitter.com/7yIafvlSL9
— ANI (@ANI) October 15, 2020
पराली जलाने की घटनाओं पर टीमें विशेष नजर रखेंगी. टीमें यह भी पता लगाएंगी कि कहीं प्रतिबंधित क्षेत्र में इंडस्ट्रीज तो संचालित नहीं हो रहीं हैं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमें सभी एजेंसी से कोऑर्डिनेशन कर एक्शन सुनिश्चित कराएंगी.