नई दिल्ली: दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को ‘गंभीर’ स्थिति में पहुंच गई और हवा की स्थिरता से प्रदूषण का फैलाव रूक जाने के कारण आगे यह और खराब होगी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड या सीपीसीबी ने समग्र वायु गुणवत्ता इंडेक्स (एक्यूआई) 403 दर्ज किया है जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है.
सीपीसीबी के आंकड़े के मुताबिक, पड़ोसी गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद में भी वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में आ गई है. नोएडा की वायु गुणवत्ता ‘सबसे खराब’ श्रेणी में दर्ज की गयी और यहां का एक्यूआई 452 रहा.
201 और 300 के बीच के एक्यूआई को ‘खराब’, 301 और 400 के बीच को ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है.
सीपीसीबी के मुताबिक, दिल्ली में 19 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में और 10 इलाकों में ‘बहुत खराब’ दर्ज की गयी.
'गंभीर' श्रेणी में स्वस्थ लोगों को भी सांस लेने में मुश्किल होती है और डॉक्टर शारीरिक गतिविधि कम से कम रखने की सलाह देते हैं. अधिकारियों ने बताया कि वे स्थिति पर करीबी नजर रखे हुये हैं.
इसमें बताया गया है कि कुल पीएम 2.5 स्तर 257 और पीएम 10 स्तर 445 दर्ज किया गया.
केन्द्र संचालित वायु गुणवत्ता प्रणाली और मौसम अनुमान (सफर) ने कहा कि अगले दो दिनों में दिल्ली की कुल वायु गुणवत्ता और खराब होगी.
इसमें बताया गया है, ‘‘कल तक इसी तरह की वायु में इसी तरह की सीमा रहने की संभावना है जो बुधवार से कम होगी. जमीन पर बहने वाली शांत हवा प्रदूषक तत्वों को आगे नहीं ले जा पा रही है.’’
सफर ने कहा, ‘‘हवा शांत है और बिखराब कम है. पश्चिमी गड़बड़ी का प्रभाव नमी के साथ और हवा को भारी बनाकर दिल्ली की वायु गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है. तापमान में अपेक्षित गिरावट और मध्यम स्तर की धुंध से आगामी दो दिनों में प्रदूषण बढ़ने की आशंका है और यह बहुत ‘‘खराब’ के ऊपरी श्रेणी तक रह सकता है.’’