केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के घर के सामने जहर खाने वाली महिला की मौत

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के घर के बाहर 6 अप्रैल को जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास करने वाली एक महिला की हुबली स्थित कर्नाटक आयुर्विज्ञान संस्थान (केआईएमएस) में मौत हो गई है.

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ( photo credit : facebook

हुबली, 11 अप्रैल : केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी (Prahlada Joshi) के घर के बाहर 6 अप्रैल को जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास करने वाली एक महिला की हुबली स्थित कर्नाटक आयुर्विज्ञान संस्थान (KIMS) में मौत हो गई है. पुलिस के अनुसार, मृतका की पहचान धारवाड़ तालुका के गरंग गांव की निवासी श्रीदेवी वीरन्ना कम्मर (31) के रूप में हुई है. पुलिस ने कहा कि महिला ने 6 अप्रैल को जहर खा लिया था और शुक्रवार रात इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई. कन्नड़ में लिखा एक सुसाइड नोट भी पुलिस द्वारा उसके पास से बरामद किया गया था. वह अपने बीमार पति और दो छोटे घर की मरम्मत के लिए मुआवजे की सख्त जरूरत थी.

जहर खाने से पहले महिला ने कथित तौर पर कई मौकों पर केंद्रीय मंत्री से मिलने की कोशिश की थी, लेकिन कई दिन चक्कर लगाने के बावजूद उसे मंत्री से मिलने नहीं दिया गया. अपने सुसाइड नोट में उसने कहा था कि वह 2019 में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए अपने घर की मरम्मत के लिए पर्याप्त मुआवजा चाहती थी, क्योंकि अधिकारियों ने बतौर मुआवजा केवल 50,000 रुपये ही जारी किए थे, जबकि उसके गांव के अन्य लोगों में से प्रत्येक को 5 लाख रुपये मिले थे. महिला ने अपने पत्र में लिखा कि वह विधायक (अमृत देसाई) और सांसद (जोशी) के घरों का दौरा कर चुकी है और मुआवजे की मांग कर चुकी है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. यह भी पढ़ें : Jammu Kashmir: घाटी में सुरक्षा बलों को मिली बड़ी कामयाबी, शोपियां में 3 खूंखार आतंकियों का हुआ सफाया

उसने कहा कि वह खुले में नहाने के लिए मजबूर है, क्योंकि उसके घर में शौचालय और बाथरूम क्षतिग्रस्त हो गए हैं. उसने कहा कि वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ, सांसद से मिलने दिल्ली गई थी और उन्होंने इस संदर्भ में एक ईमेल भी भेजा था, लेकिन वह जोशी से मिलने नहीं दिया गया. उसने कहा कि वह इस अपमान को सहन करने में असमर्थ है और उसने अब अपने जीवन को खत्म करने का फैसला कर लिया है. वहीं सांसद जोशी ने महिला की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि किसी को भी इस तरह का अतिवादी कदम नहीं उठाना चाहिए. सांसद ने कहा कि उन्होंने महिला से बात की थी और मुआवजे को लेकर उपायुक्त (डीसी) को निर्देश भी दिया था, मगर इससे पहले ही यह घटना हो गई. सांसद ने कहा कि सरकारी प्रक्रियाएं होती हैं और इसमें समय लगता है.

Share Now

\