चेन्नई, 9 दिसम्बर : भारतीय वायु सेना के एम 17 हेलीकॉप्टर का डेटा रिकॉर्डर गुरुवार सुबह बरामद कर लिया गया, जो ऊटी में कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य सशस्त्र कर्मियों का निधन हो गया. विंग कमांडर आर. भारद्वाज के नेतृत्व में वायु सेना के अधिकारियों की 25 विशेष टीम ने ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है और ज्यादा जानकारी का इंतजार है. टीम सुबह से ही तलाशी अभियान चला रही है. इस बीच कोयंबटूर से छह सदस्यीय विशेष चिकित्सा दल कुन्नूर हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र कप्तान वरुण सिंह का इलाज कर रहे है, जो वेलिंगटन सेना अस्पताल में अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सेना की टीम को पहले ही बता दिया है कि तमिलनाडु सरकार ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के इलाज में मदद करेगी. वेलिंगटन के सूत्रों ने कहा कि ग्रुप कप्तान वरुण सिंह शौर्य चक्र से सम्मानित हैं, जो हेलीकॉप्टर दुर्घटना के दौरान 60 प्रतिशत जल गए. दुर्घटनास्थल पर पहुंचने वाले पहले व्यक्ति रविकुमार ने आईएएनएस को बताया था कि दो लोगों को छोड़कर बाकी सभी जवानों के शव जल गए हैं. यह भी पढ़ें : 2014 में सुपर हरक्यूलिस दुर्घटना में 2 विंग कमांडर सहित सभी 5 जवानों ने गंवाई थी जान
ब्लैक बॉक्स हेलीकॉप्टर की अंतिम उड़ान स्थिति और अन्य पहलुओं के बारे में डेटा प्रकट कर सकता है. हालांकि ब्लैक बॉक्स उड़ान डेटा रिकॉर्डर को चमकीले नारंगी रंग में चित्रित किया जाता है और यह उड़ान डेटा और कॉकपिट वातार्लापों को रिकॉर्ड करता है. हेलिकॉप्टर के अवशेषों की आगे की फोरेंसिक जांच से यह भी पता चल सकता है कि क्या दुर्घटना के बाहरी कारण थे. बुधवार को जनरल रावत और उनकी पत्नी सहित 14 लोगों के साथ भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने सुलूर हवाई अड्डे से उड़ान भरी और कुन्नूर में उतरने से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया.