Cyclone Yaas: लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू होते ही ओडिशा और बंगाल में तूफान यास का दिखने लगा रौद्र रूप, यूपी-बिहार में भी बारिश का अलर्ट
चक्रवाती तूफान यास का कहर (Photo Credits: ANI)

कोलकाता: भीषण चक्रवाती तूफान यास (Cyclonic Storm Yaas) ओडिशा (Odisha) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) में दस्तक देने के लिए तैयार है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक यास के लैंडफॉल की प्रक्रिया सुबह लगभग 9 बजे शुरू हुई. चक्रवाती तूफान 155 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के साथ धामरा के उत्तर और दक्षिण बालासोर के बहुत निकट पारादीप और सागर द्वीप के बीच ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को पार करेगा. मौसम विभाग के अनुसार भीषण चक्रवाती तूफान यास बालासोर (ओडिशा) से अभी लगभग 50 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित है. Cyclone Yaas: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने चक्रवात यास की तैयारियों को लेकर की उच्चस्तरीय बैठक, एहतियात बरतने और सतर्क रहने का दिया निर्देश

यास तूफान का ओडिशा और पश्चिम बंगाल में असर दिखने लगा है. ओडिशा के बालासोर और भद्रक जिले में तेज हवा चलने के साथ भारी बारिश हो रही है. पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर के दीघा, हल्दिया में तेज हवाओं के साथ समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं. नॉर्थ 24 परगना में भी तेज़ हवाएं और बारिश हो रही है. हालांकि, समूचे पश्चिम बंगाल पर यास तूफान का सीधा असर नहीं होगा, लेकिन दो जिलों पूर्वी मिदनापुर और दक्षिण 24 परगना में इसका असर दिखेगा.

चक्रवाती तूफान यास को लेकर कहा जा रहा है कि ओडिशा पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा, जिसके चलते बंगाल और ओडिशा के बॉर्डर पर स्थित बालासोर के पास भूस्खलन होने की भी संभावना है. ओडिशा के निचले तथा संवेदनशील इलाकों से तीन लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

हालांकि, सूबे के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि चक्रवात ओडिशा के लिए कोई नई घटना नहीं है. ओडिशा में एनडीआरएफ की 52 टीम, ओडीआरएएफ की 60 टीम, अग्निशमन दल की 206 टीम और वन विभाग की लकड़ी काटने वाली 60 टीम को दस तटीय एवं आसपास के जिलों में तैनात कर दिया गया है.

वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा कि भीषण चक्रवात 'यास' से तबाही कम हो, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं. तटीय इलाकों से 9 लाख से अधिक लोगों को निकालकर उन्हें विभिन्न चक्रवात शिविरों, खाली पड़े स्कूलों, कॉलेजों और अन्य सरकारी स्थानों पर भेजा गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि तूफान के दौरान और बाद में राहत व बचाव कार्य में सीधे तौर पर लगे तीन लाख लोगों को लेकर राज्य सरकार ने मास्टर प्लान बनाया है.

कोलकाता में बारिश-

आईएमडी के चक्रवात चेतावनी विभाग ने कहा ओडिशा में 26 मई को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी. राज्य के जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कटक, ढेनकनाल, क्योंझर में कुछ स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी बारिश होगी. जबकि पुरी, खुर्दा, अंगुल, देवगढ़, सुंदरगढ़ के कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने और 27 मई को उत्तर ओडिशा के भीतरी भागों में भारी वर्षा की चेतावनी दी है.

पश्चिम बंगाल में आज मेदिनीपुर के कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश, झारग्राम, बांकुरा, दक्षिण 24 परगना के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश तथा पुरुलिया, नादिया, मुर्शिदाबाद, पूर्व वर्धमान, हावड़ा, हुगली, कोलकाता, उत्तर 24 परगना, हल्दिया दार्जिलिंग, कलिम्पोंग जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की भविष्यवाणी मौसम विभाग ने की है. जबकि 27 मई को झारग्राम,पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुरा, पुरुलिया, पश्चिम वर्धमान, बीरभूम, मालदा, दार्जिलिंग ,कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.

तूफान यास के प्रभाव से झारखंड में 26 तथा 27 मई को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और अत्यधिक बारिश हो सकती है. जबकि बिहार में 27 मई को अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य बारिश और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी. 28 मई को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की उम्मीद है.

मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 26 से 28 मई के बीच धूल भरी आंधी चलने और बारिश होने के आसार हैं. जबकि 28 मई को पश्चिमी यूपी में आंधी-बारिश की उम्पामीद है. पश्चिमी यूपी में 28 मई को हल्की बारिश और पूर्वांचल में 26 से 28 मई के बीच सामान्य बारिश हो सकती है. जबकि असम तथा मेघालय में 26 मई को अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य बारिश तथा कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.