चक्रवात 'वायु' (Cyclone Vayu) का खतरा अभी टला नहीं है. पिछले करीब 12 घंटों में इसकी गति धीमी पड़ने के बावजूद इसे 'अति गंभीर' श्रेणी में बताया गया है और इसके लिए अलर्ट भी जारी किए गए हैं. चक्रवात 'वायु' की दिशा शनिवार को तटीय क्षेत्रों से समुद्र में पश्चिम की ओर हो गयी है. मौसम विभाग ने इसके 17 जून को शाम तक सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्र में पहुंचने का अनुमान जताया है.
मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक शनिवार को शाम चार बजे तक वायु का प्रभाव क्षेत्र अरब सागर में पूर्वोत्तर और मध्य पूर्वी क्षेत्र में दीव से 445 किमी पश्चिम में और पोरबंदर से 335 किमी पश्चिम दक्षिण पश्चिम में स्थित था. यह लगभग छह किमी प्रति घंटे की गति से तटीय क्षेत्रों से समुद्र में पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. इसके अनुसार वायु, अगले 24 से 36 घंटे तक इस गति से पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए लगातार कमजोर हो रहा है.
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था चक्रवात 'वायु' ने 13 जून को गुजरात के सौराष्ट्र पहुंचेगा. हालांकि, चक्रवात 'वायु' जब गुजरात के तटीय इलाके के पास पहुंचा तो उसने अपनी दिशा बदल दी और यह तूफान उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में चल दिया. यहां चक्रवाती तूफान 'वायु' ने एक बार फिर अपनी दिशा बदली. ताजा अनुमानों के मुताबिक, यह तूफान समंदर में ही 17 जून को डीप डिप्रेशन बनकर खत्म हो जाएगा.
चक्रवात 'वायु' ने गुजरात में तो कोई नुकसान नहीं पहुंचाया लेकिन इससे मानसून की रफ्तार लगभग को पूरी तरह से थम गई है. मौसम के जानकारों के मुताबिक, चक्रवात एक बड़ा वेदर सिस्टम होता है. मानसून के दौरान जब भी चक्रवात अरब सागर में बनता है तो मानसून की हवाओं को अपनी तरफ खींचता है और इससे मानसून की रफ्तार थम जाती है.