मुंबई: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार, 3 अक्टूबर को पुष्टि की कि उत्तर-पूर्वी अरब सागर में गहरे निम्न दबाव ने गंभीर साइक्लोन शक्ति (Cyclone Shakti) का रूप ले लिया है. यह वर्तमान में द्वारका से लगभग 240 किमी पश्चिम-दक्षिणपश्चिम में स्थित है. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 24 घंटों में यह और भी शक्तिशाली साइक्लोन (Severe Cyclonic Storm) में बदल जाएगा और अरब सागर की ओर बढ़ेगा.
IMD ने चेतावनी दी है कि गुजरात और उत्तर महाराष्ट्र तट के पास 45–55 किमी/घंटा की हवाएं चल सकती हैं, जो 65 किमी/घंटा तक बढ़ सकती हैं. समुद्र में यह गति 100–110 किमी/घंटा तक पहुंचने की संभावना है. मछुआरों से 3 से 6 अक्टूबर तक अरब सागर में ना जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि समुद्र के हालात खतरनाक रहेंगे. तेज हवाओं और बारिश के कारण स्थानीय जलभराव, पेड़ गिरना और तटीय क्षेत्रों में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं.
पाकिस्तान में भी अलर्ट जारी
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (PMD) ने भी चेतावनी दी है कि अरब सागर में बनी यह गहरी निम्न दाब प्रणाली अगले 12 घंटों में साइक्लोन में बदल सकती है. यह प्रणाली कराची से लगभग 400 किमी दक्षिण में स्थित है. PMD के अनुसार, अगले 24 घंटों में यह और भी मजबूत हो सकती है. इसके प्रभाव में कराची, थारपारकर, उमरकोट, बाडिन, थत्ता, सुजावल, टांडो मोहम्मद खान, हैदराबाद, मटियारी और जमशोरो में धूल भरी आंधियां और हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
अरब सागर के ऊपर चक्रवात शक्ति का निर्माण
Deep Depression intensified into a cyclonic storm #Shakhti over NE Arabian Sea and lay near latitude 21.7N and longitude 66.8E,about 250 km west-southwest of Dwarka. To move west-southwestwards and intensify further into a severe cyclonic storm in next 24 hrs. pic.twitter.com/iaHbaQF8hP
— India Meteorological Department (@Indiametdept) October 3, 2025
Cyclone Shakhti की लाइव लोकेशन
समुद्री यात्रा और मछुआरों के लिए विशेष चेतावनी
PMD ने मछुआरों को 5 अक्टूबर तक समुद्र में लंबी नौकायन से बचने की सलाह दी है. 4 अक्टूबर तक हवाओं की गति 125 किमी/घंटा तक बढ़ सकती है और उत्तर और मध्य अरब सागर में ऊंचे समुद्री तरंगें देखने को मिल सकती हैं.
शाक्ति का नाम और आगामी स्थिति
साइक्लोन का नाम “शाक्ति” जिसका अर्थ है शक्ति श्रीलंका द्वारा सुझाया गया है. मौसम विभागों ने कहा है कि यह साइक्लोन मुख्य रूप से समुद्र में रहेगा, लेकिन पश्चिमी तट के किनारे इसका कुछ असर हो सकता है. कराची और आसपास के क्षेत्रों में अधिकारियों ने जनता को सतर्क रहने और नियमित मौसम अपडेट फॉलो करने के लिए कहा है.













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