नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने शुक्रवार को कहा कि उसने चक्रवात जवाद (Cyclone Jawad) से पहले पूर्वी तटीय राज्यों में 46 टीमों को तैनात किया है, जिसके शनिवार की सुबह से तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करने और रविवार दोपहर को पुरी को छूने के आसार हैं. एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में 18 और ओडिशा तथा आंध्र प्रदेश में 12-12 टीमें तैनात की गई हैं. उन्होंने यहां एक मीडिया सम्मेलन में कहा, "हमने तीन राज्यों में से प्रत्येक के लिए जितनी टीमें मांगी गई थी, उतनी टीमों को तैनात किया है.उनकी पॉजिशनिंग (तैनाती की स्थिति) के बारे में निर्णय राज्य सरकार के परामर्श से होता है. हमने टीमों को पहले से तैनात कर दिया है.
तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पहले से ही दो-दो टीमें हैं, जिनकी कुल संख्या 46 है और अतिरिक्त तैनाती की आवश्यकता होने पर 18 टीमों को रिजर्व में रखा गया है. एक टीम में एक अधिकारी और 30 जवान शामिल हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक, मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि शुक्रवार दोपहर को चक्रवात जवाद में डीप डिप्रेशन पहले ही तेज हो गया है. यह भी पढ़े: Cyclone Jawad Live Tracker Map on Windy: बंगाल की खाड़ी से आ रहा चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ कल देगा दस्तक! यहां देखें हर पल की स्थिति
30 नवंबर को आईएमडी अलर्ट के तुरंत बाद, एनडीआरएफ ने तैनाती योजनाओं को अंतिम रूप देने के लिए संबंधित राज्यों के सरकारी अधिकारियों के साथ 1 दिसंबर से अपनी बैठक शुरू कर दी थी. स्थिति पर विचार-विमर्श करने के लिए प्रभावित राज्यों और संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारियों के साथ कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय संकट प्रबंधन दल की बैठक भी हुई. प्रधानमंत्री ने गुरुवार को इस बारे में एक विस्तृत समीक्षा की थी. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की शुक्रवार को फिर बैठक हुई.