चक्रवात तूफान फानी: ओडिशा में मसीहा बनकर पहुंचा खालसा ऐड, दुनिया कर रही है सलाम
खालसा ऐड के निदेशक अमरप्रीत सिंह का कहना है कि हमारे लिए जात-पात, धर्म, रंग कोई मायने नहीं रखता. हम इंसानियत में विश्वास करते हैं. जब हम यहां पहुंचे और लोगों को पीने का पानी और खाना दिया तो उनके चेहरों पर एक खुशी थी. वहीं हमारा सबसे बड़ा ईनाम है.
नई दिल्ली. खालसा ऐड (Khalsa Aid) नामक संगठन के बारे में आपने जरूर सुना होगा जो की एक अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन और दुनिया भर में अपने चैरिटी के कार्यों के लिए जाना जाता है। चाहे कोई आपदा के दौरान राहत पहुंचानी हो या किसी युद्ध क्षेत्र में लोगों की मदद करनी हो यूके की एनजीओ खालसा ऐड (Khalsa Aid) इसके लिए हमेशा तैयार रहती है. ऐसा ही एक एक बार फिर देखने को मिला. ओडिशा में आए फानी तूफान के बाद अब खालसा ऐड (Khalsa Aid) पुरी पहुंच चुकी है. पुरी और उसके आस पास का इलाका वह है जो इस तूफान में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. यहां के मंदिरों को नुकसान पहुंचा है. लोग पानी और खाने जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रहे हैं. यहां पर पानी के पंप खराब हो गए हैं और लोगों तक पीने का पानी भी नहीं पहुंच रहा है.
गौरतलब है कि प्रचंड चक्रवाती तूफान 'फानी' ने ओडिशा (Odisha) के तट पर दस्तक दी थी और तटीय इलाकों में जमकर तबाही मचाई थी. ओडिशा (Odisha) के पुरी और भुवनेश्वर समेत कई इलाकों में बिजली के खंभे और पेड़ उखड़ गए थे. कई इमारतें ढह गईं और चारों तरफ पानी भर गया. यह भी पढ़े-केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए रणदीप हुड्डा ने किया ऐसा काम, सोशल मीडिया पर हो रही है जमकर तारीफ
खालसा ऐड (Khalsa Aid) के निदेशक अमरप्रीत सिंह का कहना है कि हमारे लिए जात-पात, धर्म, रंग कोई मायने नहीं रखता. हम इंसानियत में विश्वास करते हैं. जब हम यहां पहुंचे और लोगों को पीने का पानी और खाना दिया तो उनके चेहरों पर एक खुशी थी. वहीं हमारा सबसे बड़ा ईनाम है.
खालसा ऐड (Khalsa Aid) का सिद्धांत यही है कि दुनिया भर के लोग एक हैं कोई अलग नहीं है, और इसी नियम के तहत खालसा ऐड ने तमाम मुश्किलों के बाद भी लोगों को पुरी पहुंच कर खाना और पानी देना शुरू किया है.