Cyclone Biparjoy Landfall: कुछ ही घंटों बाद 130 KM की रफ्तार से गुजरात से टकराएगा बिपरजॉय तूफान, 50 हजार लोग शिफ्ट, NDRF की 33 टीमें तैनात

Gujarat Cyclone Biparjoy News: खतरनाक चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Biparjoy) कुछ ही घंटों बाद गुजरात तट से टकराएगा. इससे पहले सरकार ने हजारों लोगों को तटीय इलाकों से निकालकर शेल्टर होम में शिफ्ट कर दिया है. तूफान के असर के गुजरात के कई इलाकों में तेज बारिश पहले से ही हो रही है. राज्य सरकार और केंद्र लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

आईएमडी के अनुसार, चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुरुवार शाम को गुजरात के कच्छ, सौराष्ट्र क्षेत्र, मांडवी तट और इससे सटे दक्षिण पाकिस्तान के कराची से गुजरेगा. इस दौरान हवाओं की रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटे तक जा सकती है. तूफानी लहरों, तेज हवाओं और भारी बारिश का खतरा लगातार बना हुआ है. गिर, सोमनाथ और द्वारका जैसे लोकप्रिय स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही प्रतिबंधित है. ये भी पढ़ें- Cyclone Biparjoy Live Tracker: तेजी से गुजरात की ओर बढ़ रहा बिपरजॉय, लाइव ट्रैकर में देखें मूवमेंट-लोकेशन

15 जून को चक्रवात के गुजरात तट पर पहुंचने के साथ ही राज्य में बारिश की तीव्रता बढ़ जाएगी और कच्छ, देवभूमि द्वारका तथा जामनगर में कुछ जगहों पर अत्यंत भारी बारिश होने के आसार हैं. पोरबंदर, राजकोट, मोरबी, जूनागढ़ और सौराष्ट्र व उत्तर गुजरात क्षेत्र के बाकी जिलों में भी भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. साथ ही दक्षिण राजस्थान में शुक्रवार को भी छिटपुट जगहों पर हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होने का पूर्वानुमान है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की. राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना, नौसेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) भी तैयार हैं.

गुजरात के तटीय इलाकों से अब तक लगभग 50 हजार लोगों को निकालकर अस्थायी आश्रय शिविरों में शिफ्ट किया है. निकासी अभियान अभी भी जारी है. गुजरात के इन इलाकों में जाने वाली कई ट्रेनें रद्द हो गई है. राजकोट जाने वाली फ्लाइटें भी रद्द कर दी गई हैं.

चक्रवात की संभावित दस्तक से पहले राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने गुजरात और महाराष्ट्र में राहत एवं बचाव अभियान के लिए कुल 33 टीमों को जिम्मा सौंपा है. एनडीआरएफ की 18 टीमों को गुजरात में रखा गया है. एनडीआरएफ की 4 टीमों को कच्छ जिले में, राजकोट और देवभूमि द्वारका में तीन-तीन, जामनगर में 2, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, मोरबी, वलसाड और गांधीनगर में एक-एक टीम तैनात की गई है.

वहीं महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की कुल 14 टीमों में से पांच को मुंबई में तैनात किया गया है, जबकि बाकी को तैयार स्थिति में रखा गया है. बीएमसी ने मुंबई के 6 सार्वजनिक समुद्र तटों पर 120 लाइफगार्ड नियुक्त करने का फैसला किया है.