पुणे, महाराष्ट्र: पुणे के रावेत की एक सोसाइटी में एक श्वान को बेरहमी से पीटने की घटना सामने आई है. इस घटना के बाद रावेत में रहनेवाले एनिमल एक्टिविस्ट आनंद परदेशी ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है. घटना ट्रॉपिका को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी की है. सोसाइटी में रहनेवाले इस श्वान को किसी ने डंडे से जमकर पीटा, जिसके कारण इसके पैरों में, रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई है.
बेहरहमी से पिटाई के कारण श्वान अब अपने पैरों पर खड़ा भी नहीं हो पा रहा है. एनिमल एक्टिविस्ट ने श्वान को एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया है. लेकिन डॉक्टरों का कहना है की अब ये श्वान जिंदगी भर विकलांग रहेगा. इस घटना के बाद एनिमल एक्टिविस्ट परदेशी ने 3 दिसंबर, 2024 को रावेत पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 11(1)(एल) और 11 (1) ए और बीएनएस 325 के तहत एफआईआर दर्ज की है. ये भी पढ़े:Maharashtra: अहमदनगर में तेंदुए ने आवारा कुत्ते पर किया जानलेवा हमला, मौत के बाद घसीटते हुए साथ लेकर गया (Disturbing Video)
बेजुबान श्वान के साथ क्रूरता
#Pune: Animal Cruelty Case Reported In #TropicaSociety In #Ravet: FIR Filed, Community Dogs Face Harassment...
.
.
Anand Pardeshi, a resident of Tropica Co-Operative Housing Society, Ravet and an animal welfare activist has reported a shocking case of animal cruelty within the… pic.twitter.com/udJI5Z8egn
— Pune Pulse (@pulse_pune) December 7, 2024
परदेशी ने आरोप लगाया कि यह घटना पहली नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया है की ट्रोपिका सोसायटी मैनेजमेंट कमेटी और कुछ यहां के रहनेवाले पांच साल से अधिक समय से उन्हें और दुसरे एनिमल लवर्स को परेशान कर रहे हैं और उन्हें धमकी दे रहे हैं.
बताया जा रहा है की एसएएस इंडिया, शाश्वत फाउंडेशन, जिला उप रजिस्ट्रार और एसपीसीए पुणे से सोसाइटी को कई नोटिस भेजे गए है. इन आवारा कुत्तों को खिलाने की जगह को लेकर. लेकिन सोसाइटी के लोगों ने बिना पुछे ही फीडिंग पॉइंट बनाया और दूसरी जगहों पर फीडिंग करने पर 1 हजार रूपए का जुर्माना लगाया.
परदेशी ने बताया की एडवोकेट श्रेया गुहा ने एफआईआर दर्ज करने में काफी मदद की और सीनियर पुलिस अधिकारी और पिंपरी चिंचवड के पुलिस आयुक्त से भी बात की.
परदेशी का आरोप है की यहां रहनेवाले कुछ लोग और कमेटी के लोग कुत्तों को लेकर अफवाहें फैला रहे है. जिसके कारण अक्सर कुत्तों को पत्थरों से और लाठियों से मारपीट करने की घटनाएं होती है. इन कुत्तों की देखभाल परदेशी ही करते है.
उन्होंने कहा की इस घटना ने मुझे इन जानवरों के साथ लगातार हो रहे उत्पीड़न और क्रूरता के बारे में रिपोर्ट करने के लिए मजबूर कर दिया है. परदेशी ने कहा, पिछले 5-6 वर्षों से, मैं यहां कम्युनिटी डॉग्स और बिल्लियों की देखभाल कर रहा हूं. उन्होंने कहा की इस मामले में पुलिस जांच कर रही है और उन्होंने जानवरों को पीटनेवाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.