जयपुर, 12 जुलाई : छुट्टी नहीं मिलने के बाद 18 घंटे तक अपनी पत्नी और बेटी के साथ खुद को अपने आधिकारिक क्वार्टर में बंद रखने वाले सीआरपीएफ के एक जवान ने सोमवार को आत्महत्या कर ली. हालांकि उसे घंटों तक समझाने के प्रयास के किए गए बावजूद उसने खुद को गोली मार ली. पुलिस ने यह जानकारी दी. नरेश जाट के रूप में पहचाने जाने वाले जवान ने पालदी खिनचियां में सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र में अपने आवासीय क्वार्टर की बालकनी से अपनी इंसास राइफल दिखाई और आत्महत्या की धमकी देते हुए हवा में कई गोलियां चलाईं. सूचना मिलने पर पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हें हथियार सौंपने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन वह उन्हें लगातार आत्महत्या करने की धमकी देता रहा.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जवान छुट्टी नहीं देने पर डीआईजी से नाराज था. रविवार को, नरेश जाट ने कथित तौर पर डीआईजी से छुट्टी मांगी, लेकिन अधिकारी ने इनकार कर दिया. इनकार से नाराज होकर, उसने अपने सहयोगी का हाथ काट दिया, जिसके कारण उसके खिलाफ चेतावनी जारी की गई. कार्रवाई से नाराज, जवान सीधे उसके चौथी मंजिल पर स्थित क्वार्टर पर चला गया और अपनी पत्नी और बेटी के साथ खुद को बंद कर लिया. यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री के दौरे से पहले जदयू ने नये सिरे से विशेष दर्जे की मांग उठाई
उन्होंने कहा, रविवार को शाम करीब साढ़े पांच बजे वह अपनी इंसास राइफल लहराते हुए बालकनी से बाहर आया और हवा में फायरिंग शुरू कर दी. एक घंटे से अधिक समय में उसने आठ राउंड फायरिंग की और खुद को और अपने परिवार को जान से मारने की धमकी दी. पुलिस आयुक्त रवि गौर ने कहा कि पत्नी और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं.