सीपीएम नेता सीताराम येचुरी बोले, सरकार का यकीन विचारकों के खिलाफ FIR दर्ज करने में
सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार पर विचारकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और शिक्षण संस्थाओं पर हमलों में यकीन करने का आरोप लगाते हुये कहा है कि ऐसे माहौल को बढ़ावा दिया जा रहा है जो आलोचनात्मक विचारों को नष्ट करता हो.
नई दिल्ली: सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) ने मोदी सरकार पर विचारकों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कराने और शिक्षण संस्थाओं पर हमलों में यकीन करने का आरोप लगाते हुये कहा है कि ऐसे माहौल को बढ़ावा दिया जा रहा है जो आलोचनात्मक विचारों को नष्ट करता हो. येचुरी ने देश में विपरीत विचारधारा वाले लोगों के लिये बार बार खतरे उत्पन्न किये जाने का हवाला देते हुये मंगलवार को कहा, ‘‘आरएसएस (RSS) भाजपा (BJP) की सरकार विचारकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और विश्वविद्यालयों पर हमले कराने में यकीन करती है.
येचुरी ने कहा कि इस सरकार ने ऐसा वातावरण तैयार किया है जिसमें विरोधी विचारों को नष्ट किया जा रहा है। हमारा संविधान वैचारिक स्वतंत्रता के लिये प्रतिबद्ध है लेकिन यह बात भाजपा आरएसएस की सरकार के लिये संकट उत्पन्न करती है जेएनयू के पूर्व छात्र अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिये जाने और आर्थिक मंदी से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये येचुरी ने कहा कि सरकार को गरीबों के भरण पोषण के लिये सार्वजनिक वितरण प्रणाली को दुरुस्त बनाने पर प्राथमिकता के साथ ध्यान केन्द्रित करना चाहिये. यह भी पढ़े: मॉब लिंचिंग: वकील सुधीर ओझा ने कोंकणा सेन और अनुराग कश्यप समेत 49 लोगों के खिलाफ दर्ज कराया केस, 3 अगस्त को होगी सुनवाई
सीताराम येचुरी ने कहा, ‘‘पहले अपने नागरिकों का भरण पोषण सुनिश्चित हो. सार्वजनिक वितरण प्रणाली से मिलने वाले खाद्यान्न पर सब्सिडी बढ़ाई जाये. लेकिन मोदी सरकार हमारे सामाजिक तानेबाने को नष्ट करने और प्रचार के तमाशे में व्यस्त है.’’