मॉस्को: दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते संक्रमण के बीच रूस (Russia) ने अपने वैक्सीन (Vaccine) के पहले बैच का उत्पादन शुरू कर दिया है. इस बीच रूस में बने पहले कोविड-19 वैक्सीन ‘स्पूतनिक वी’ (Sputnik V) में भारत ने भी रूचि दिखाई है. मॉस्को (Moscow) में भारतीय दूतावास रूसी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (Russian Medical Research Institute) के संपर्क में है.
शीर्ष सरकारी सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने बताया की “मास्को स्थित भारतीय मिशन दूतावास के माध्यम से अलग से रूसी पक्ष के साथ संपर्क में है. फिलहाल इस कोविड-19 वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावकारिता के आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है.” Russia COVID-19 Vaccine: रूस ने बनाई पहली कोरोना वैक्सीन, जानें विश्व को इस दवा से कितनी है उम्मीद
मॉस्को के पास स्थित चिकित्सा संस्थान गामालेया साइंटिफिक रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने स्पूतनिक वी वैक्सीन विकसित की है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले मंगलवार को नोवल कोरोना वायरस के इलाज के लिए दुनिया के पहले पंजीकृत वैक्सीन की घोषणा की थी. पुतिन ने हाल में कहा कि उनकी बेटी ने यह टीका लगाया है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि अब इस टीके की विश्वसनीयता साबित नहीं हुई है.
रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने बीते बुधवार को कहा कि रूस अपने नागरिकों को वैक्सीन लगाने के बाद अन्य देशों को वैक्सीन की पेशकश करेगा. वैक्सीन की प्रभावशीलता पर संदेह निराधार है. बताया जा रहा है कि करीब 20 देश रूसी वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं या इसके उत्पादन और बिक्री में सहयोग करेंगे. जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी रूस का टीका कारगर होने की आशा जताई है.