COVID-19: दिल्ली में रोजाना 10,000 के पार मामले, केजरीवाल ने वैक्सीन ड्राइव पर दिया जोर
राजधानी में कोविड -19 संक्रमण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार लगातार जिन तीन मुख्य कदमों पर काम कर रही है, वो हैं कोविड के मामलों की संख्या, स्वास्थ्य प्रबंधन और टीकाकरण है.
नई दिल्ली, 11 अप्रैल : राजधानी में कोविड -19 (COVID-19) संक्रमण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार लगातार जिन तीन मुख्य कदमों पर काम कर रही है, वो हैं कोविड के मामलों की संख्या, स्वास्थ्य प्रबंधन और टीकाकरण है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 15 दिनों में दिल्ली में दैनिक कोविड -19 संक्रमण (Covid-19 Infection) में भारी वृद्धि हुई है. मध्य मार्च के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में प्रति दिन लगभग 200-250 नए मामले सामने आ रहे थे, लेकिन दिल्ली में चौथी कोविड लहर तीसरी लहर (नवंबर 2020) की तुलना में सबसे खराब है और अब शहर में पिछले 24 घंटों में 10,000 से अधिक मामले सामने आए हैं.
"दिल्ली सरकार कोरोनावायरस की श्रृंखला को तोड़ने के लिए सभी संभव कदम उठा रही है, लेकिन सरकार इसे अकेले नहीं कर सकती है. दिल्ली के लोगों ने पिछले एक साल में कोविड -19 की तीन लहरों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, लेकिन चौथी अधिक महत्वपूर्ण है." केजरीवाल ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों से अनुरोध है कि अगर जरूरी हो तो ही अपने घरों से बाहर निकलें. यह भी पढ़ें : COVID-19: देश में कोविड-19 के अब तक के सबसे अधिक 1,52,879 मामले दर्ज
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि दिल्ली की स्वास्थ्य प्रणाली कोविड -19 के खिलाफ लड़ने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में आईसीयू बेड सहित बिस्तरों की संख्या फिर से बढ़ा दी गई है. हेल्थकेयर केंद्र जो कुछ दिनों पहले गैर-कोविड घोषित किए गए थे, उन्हें अब कोविड -19 के लिए फिर से समर्पित घोषित किया गया है. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली कोरोना ऐप अभी भी काम कर रहा है और लोग अस्पतालों में बेड की उपलब्धता का पता लगा सकते हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि देश भर में पिछले कुछ हफ्तों में नए कोविड -19 मामलों की स्पाइक देखने के बाद सामूहिक टीकाकरण होना चाहिए.