Coronavirus: मथुरा का प्रसिद्ध गुरु पूर्णिमा मेला कोविड-19 की वजह से हुआ रद्द
देश में कोरोना महामारी से हाहाकार मचा हुआ है. इस महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए करीब 400 से अधिक वर्षों में पहली बार मथुरा के प्रसिद्ध गुरु पूर्णिमा मेला को कोरोना महामारी की वजह से रद्द कर दिया गया है. इस प्रसिद्ध मेले को मुड़िया मेला के नाम से भी जाना जाता है.
लखनऊ: देश में कोरोना महामारी से हाहाकार मचा हुआ है. इस महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए करीब 400 से अधिक वर्षों में पहली बार मथुरा (Mathura) के प्रसिद्ध गुरु पूर्णिमा मेला (Guru Purnima Fair) को कोरोना महामारी की वजह से रद्द कर दिया गया है. इस प्रसिद्ध मेले को मुड़िया मेला (Mudia Mela) के नाम से भी जाना जाता है. इस प्रसिद्ध मेले को रद्द करने का फैसला जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों, संतों और मंदिर प्रबंधन सहित हितधारकों के साथ बैठक के बाद जिला अधिकारियों द्वारा लिया गया है.
बता दें कि भक्तिकाल के प्रमुख कवियों में शामिल चैतन्य महाप्रभु के शिष्य आचार्य सनातन गोस्वामी के शिष्य उनके निर्वाण दिवस के अवसर पर उनकी याद में सिर मुंडवाकर गोवर्धन की परिक्रमा करते हैं. आषाढ़ पूर्णिमा पर लगने वाले इस मेले में पचास-साठ लाख से लेकर एक करोड़ श्रद्धालु प्रतिवर्ष यहां आते हैं और परिक्रमा करते हैं. उन्हें संभालने के लिए पुलिस एवं प्रशासन के लगभग पांच हजार अधिकारियों एवं कर्मियों की तैनाती की जाती है.
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हाल ही में गोवर्धन के उप जिलाधिकारी राहुल यादव ने बताया था कि, 'कुछ वर्ष पूर्व राज्य सरकार ने इस मेले को प्रदेश के सांस्कृतिक आयोजनों की सूची में शामिल कर 'राजकीय मेले' का दर्जा दिया था, लेकिन इस वर्ष कोरोना वायरस संकट के चलते यह मेला आयोजित करना संभव नहीं होगा.' मुड़िया मेला को देश भर में 'मिनी-कुंभ' के नाम से भी जाना जाता है और इस आयोजन के लिए देश के सभी हिस्सों से हजारों कृष्ण भक्त आते हैं.