नई दिल्ली: देश में तेजी के साथ बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों ने सरकार के साथ-साथ लोगों की चिंता बढ़ा दी है. क्योंकि पिछले एक हफ्ते से अब तक जो कोरोना के वायरस के मामले दो लाख के पार पाए जा रहे था. वहीं अब कोरोना के मामले पिछले दो दिन से तीन लाख के ऊपर मामले पाए जा रहे हैं. देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक राहत भरी खबर है कि कोरोना के इलाज के लिए दवा कंपनी जायडस ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI ) से जायडस (Zydus) की दवा Virafin को आपातकालीन इस्तेमाल मंजूरी मांगी थी. जिसे डीजीसीआई से मंजूरी मिल गई है.
ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मंजूरी से पहले कंपनी ने कहा था कि Pegylated Interferon Alpha 2b या PegiHep दवा 91.15 फीसद असरदार साबित हुई है. इसके शुरुआती तीसरे चरण के मानव परीक्षण में दवा से आशाजनक नतीजे मिले थे. जिसके बाद शुक्रवार को डीजीसीआई ने इसके इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. यह भी पढ़े: भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बड़ी राहत, तीसरी वैक्सीन Sputnik V को आपात इस्तेमाल के लिए मिली मंजूरी: रिपोर्ट
जायडस के जिस विराफिन को DCGI से मंजूरी मिली है, उसका पूरा नाम पेगीलेटेड इंटरफेरॉन अल्फा-2बी है. इस मूल रूप से लीवर के रोग हेपेटाइटिस बी के उपचार के लिए 10 साल पहले मंजूरी मिली थी. अब इसे कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए प्रस्तावित किया गया है.
बता दें कि कंपनी ने इस ड्रग का भारत में करीब 25 सेंटर्स पर ट्रायल किया था, जिसमें अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं. यही कारण है कि इस ड्रग को लेने के 7 दिन बाद कोरोना मरीज में अंतर देखने को मिले हैं और RT-PCR कोविड टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है.