कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच Remdesivir की किल्लत, घंटों लाइन में लगने के बाद मिल रहा सिर्फ 1 इंजेक्शन

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए लोगों की लाइन लगी हुई है. न्यूज एजेंसी ANI ने इसकी तस्वीरें भी जारी की हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग एक मेडिकल स्टोर के बाहर रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने के लिए लाइन लगाए हुए हैं.

रेमडेसिविर के लिए लंबी लाइन (Photo: ANI)

 नई दिल्ली: देशभर में कोरोना (COVID-19) की रफ्तार बेकाबू हो गई है. कोरोना प्रतिदिन अपने पुराने रिकार्ड्स को तोड़कर बढ़ता जा रहा है. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच देश में कोरोना के इलाज में कारगर रेमडेसिविर (Remdesivir) इंजेक्शन की डिमांड बढ़ गई है. कई राज्यों में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी की खबर भी सामने आ रही है. रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए लोग घंटों-घंटों कतारों में खड़े रहे हैं. बता दें कि भारत सरकार ने 11 अप्रैल को ही रेमडेसिविर के निर्यात पर रोक लगा दी है. सरकार ने कहा है कि रेमडेसिविर बाहर भेजने की जगह भारत के घरेलू उपयोग के लिए मौजूद रहना चाहिए. देश में क्यों हुई Remdesivir की कमी? केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिया जवाब.

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए लोगों की लाइन लगी हुई है. न्यूज एजेंसी ANI ने इसकी तस्वीरें भी जारी की हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग एक मेडिकल स्टोर के बाहर रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने के लिए लाइन लगाए हुए हैं.

रेमडेसिविर के लिए लंबी लाइन

लाइन में लगे एक शख्स ने कहा कि मैं मेरे मरीज को 6 इंजेक्शन की जरूरत है, लेकिन यहां सिर्फ एक रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जा रहा है. कई लोग 24 घंटे से अधिक समय से लाइन में लगे हुए हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ एक ही इंजेक्शन दिया जा रहा है, जबकि जरूरत अधिक की है.

रेमडेसिविर का उत्पादन बढ़ेगा

इस बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी पड़ने के बाद तस्कर भी एक्टिव हो गए हैं. राज्य सरकारें इन तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. कई राज्यों से तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं केंद्र सरकार ने रेमडेसिविर की विनिर्माण क्षमता बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. इसके तहत उत्पादन प्रति माह लगभग 78 लाख शीशी तक बढ़ाया जाएगा.

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