भारत में इस समय कोरोना वायरस (COVID-19) की तीसरी लहर जारी है. इस समय सभी के मन में यही सवाल है कि कब इस लहर का पीक आएगा और देश को इससे राहत कब मिलेगी. इस सवाल का जवाब आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल (Manindra Agrawal) ने अपने सूत्र मॉडल के जरिए दिया है. उनके आकलन के अनुसार तीसरी लहर का पीक (Third Wave Peak in India) 23 जनवरी को आ सकता है. उन्होंने बताया कि इस दौरान रोजाना आ रहे नए केस 4 लाख से ज्यादा नहीं होंगे. Omicron: तेजी से फैल रहा है कोरोना का नया वेरिएंट, इस नए लक्षण को न करें नजरअंदाज.
बता दें कि इससे पहले यह आशंका जताई जा रही थी कि तीसरी लहर के पीक के दौरान कोरोना के दैनिक मामले 7 लाख के पार जा सकते हैं. प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने बताया है कि देश के कुछ जिलों और राज्यों में कोरोना की तीसरी लहर पीक पर पहुंच चुकी है, वहीं अगले कुछ दिन में अन्य शेष राज्यों और जिलों में भी कोरोना का पीक देखने को मिलेगा.
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता में कम होने लगे हैं मामले
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता में पहले ही जनवरी के दूसरे सप्ताह में तीसरी लहर का पीक आ चुका है. यहां कोरोना के मामले अब तेजी से घट रहे हैं. देश की बात करें तो 23 जनवरी को पीक आ सकता है. देश में इस दौरान कोरोना के दैनिक मामलों की संख्या 4 लाख से अधिक नहीं रहने का अनुमान है.
मॉडल के अनुसार में मुंबई 12 जनवरी को अपने पीक पर पहुंच गई थी और संख्या अब तेजी से घट रही है. दिल्ली में 16 जनवरी को और कोलकाता 13 जनवरी को तीसरी लहर का पीक था. इसके अलावा बेंगलुरु में 22 जनवरी को तीसरी लहर का पीक दिखेगा. महाराष्ट्र, गुजरात और यूपी में 19 जनवरी को, असम के 26 जनवरी को तीसरी लहर के पीक पर पहुंचने की भविष्यवाणी की गई है.
इन राज्यों और शहरों में इस दिन होगा तीसरी लहर का पीक
असम: 26 जनवरी
बिहार: 17 जनवरी
उत्तर प्रदेश: 19 जनवरी
हरियाणा: 20 जनवरी
गुजरात: 19 जनवरी
महाराष्ट्र: 19 जनवरी
कर्नाटक: 23 जनवरी
आंध्र प्रदेश: 30 जनवरी
तमिलनाडु: 25 जनवरी
बेंगलुरु: 22 जनवरी
कोलकाता: 13 जनवरी
प्रोफेसर अग्रवाल ने बताया कि देश में 23 जनवरी को तीसरी लहर के पीक पर पहुंचने की संभावना है. उन्होंने बताया कि 11 जनवरी तक मिले डेटा से आकलन हुआ था कि 23 जनवरी के आसपास 7.2 लाख केसों के साथ देश पीक पर पहुंचेगा, लेकिन इसमें बदलाव शुरू हो गए हैं. उम्मीद है कि पीक पर नए केस 4 लाख के पार नहीं जाएंगे.