हिमाचल प्रदेश में स्थित दुनिया के सबसे ऊंचे पोस्ट ऑफिस में पहुंचा कोरोनो वायरस
हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी में समुद्र तल से 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित दुनिया का सबसे ऊंचा पोस्ट ऑफिस हिक्कम भी कोरोनावायरस की चपेट में आ गया है. पोस्ट ऑफिस अभी बर्फ की मोटी चादर से ढंका हुआ है. पहली बार डॉक्टरों की एक टीम गांव में पहुंची है. यहां रात का तापमान अभी माइनस 20 डिग्री सेल्सियस है.
शिमला, 15 दिसंबर: हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी में समुद्र तल से 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित दुनिया का सबसे ऊंचा पोस्ट ऑफिस हिक्कम भी कोरोनावायरस की चपेट में आ गया है. पोस्ट ऑफिस अभी बर्फ की मोटी चादर से ढंका हुआ है. पहली बार डॉक्टरों की एक टीम गांव में पहुंची है. यहां रात का तापमान अभी माइनस 20 डिग्री सेल्सियस है. सोमवार को टीम ने यहां नमूने एकत्र किए. हिक्कम की आबादी 200 है. इसके अलावा इसके पास के गांव कोमिक और लैंगचे भी महामारी की चपेट में आ गए हैं. यहां क्रमश: 87 और 136 लोग रहते हैं.
राज्य की राजधानी शिमला से लगभग 320 किलोमीटर दूर काजा और स्पीति के मुख्यालय से एक स्वास्थ्य अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "तीनों गांवों में कुल 80 नमूने एकत्र किए गए हैं, जिनमें से 4 का परीक्षण पॉजिटिव आया है." तिब्बत से सटे हिमालय की चोटियों पर फैले छोटे-छोटे गांव से सजी ठंडी सुरम्य स्पीति घाटी आपको बौद्ध भूमि पर ले जाती है. राज्य के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, इस घाटी में अब तक कुल 4,646 नमूने लिए गए जिनमें से 473 का परीक्षण पॉजिटिव आया है. अभी यहां 25 सक्रिय मामले हैं और 2 रोगियों की मौत हो चुकी है.
अधिकारियों ने इसके लिए स्थानीय लोगों को दोषी ठहराया है. इन लोगों में अधिकांश बौद्ध किसान हैं और वे अस्पताल जाने की बजाय स्थानीय देवता के आशीर्वाद से अपने आप ठीक होने में भरोसा करते हैं. काजा के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ज्ञान सागर नेगी ने आईएएनएस को बताया, "स्वास्थ्य और पुलिस की विशेष टीमें स्थानीय लोगों को वायरस से बचाने के लिए और नमूने एकत्र कर रही हैं. साथ ही उन्हें शिक्षित करने के लिए गांव-गांव जा रही हैं." उन्होंने आगे कहा कि भीषण ठंड और लगातार बर्फबारी स्थानीय लोगों को घर के अंदर ही रहने के लिए मजबूर कर रही है.