नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के दौरान कोविड-19 की दवाई बनाने का दावा करने और उसे लॉन्च करने के चलते पतंजलि की मुश्किलें बढ़ गई है. बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की कंपनी ने बड़ा दावा करते हुए कोरोनिल (Coronil) नामक दवा लॉन्च की है. लेकिन अब इसे लेकर विवाद शुरू हो गया है. आयुष मंत्रालय (Ayush Ministry) ने पहले ही कहा है कि रिपोर्ट देखने के बाद ही दवा की अनुमति दी जाएगी. इसी कड़ी में अब खबर है कि उत्तराखंड आयुर्वेद डिपार्टमेंट ने साफ कर दिया है कि बाबा रामदेव कि कंपनी पतंजलि को हमने कोई कोरोना वायरस के लिए दवा बनाने का लाइसेंस नहीं दिया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के उत्तराखंड आयुर्वेद डिपार्टमेंट के लाइसेंस ऑफिसर NIने कहा कि हम पतंजलि के खिलाफ नोटिस जारी कर रहे है. उन्होंने आगे कहा कि पतंजलि की अर्जी के आधार में हमने जो लाइसेंस उन्हें दिया है उसमे कोरोना वायरस के बारे में कोई भी नहीं लिखा गया था. हमने सिर्फ इम्यूनिटी बढ़ाने, कफ और बुखार की दवा के लिए लाइसेंस दिया था. यह भी पढ़ें-Coronil: पतंजलि की दवा कोरोनिल को लेकर आयुष मंत्री श्रीपद नाइक बोले-जांच के बाद मिलेगी अनुमति
ANI का ट्वीट-
As per Patanjali's application, we issued them license. They didn't mention coronavirus, we only approved license for immunity booster, cough & fever. We'll issue them a notice asking how they got permission to make the kit (for COVID19): Licence Officer, Uttarakhand Ayurved Dept pic.twitter.com/I7CWKoJhbK
— ANI (@ANI) June 24, 2020
सूबे के आयुर्वेद डिपार्टमेंट के लाइसेंस ऑफिसर ने आगे कहा कि पतंजलि को नोटिस भेजेंगे की आखिर उन्हे कोविड-19 किट बनाने की इजाजत किसने दी? इससे पहले केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने आज कहा कि पतंजलि ने एक रिपोर्ट भेजी है. हम पहले इसे देखेंगे और फिर कोरोनिल दवा के इस्तेमाल को इजाजत दी जाएगी.