नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान प्रधामंत्री ने कोविड-19 (COVID-19) से जारी जंग को लेकर वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा कर देश में महामारी की स्थिति और भविष्य की तैयारियों का जायजा लिया.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि पीएम मोदी ने आज महामारी के संदर्भ में तैयारी की समीक्षा की है. समीक्षा बैठक में यह देखा गया कि कोविड-19 के कुल मामलों में से दो-तिहाई मामले पांच राज्यों से है. जबकि बड़े शहरों से कोरोना संक्रमितों का अनुपात सबसे अधिक है. देश में 10दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दो लाख से बढ़कर तीन लाख के पार
विशेष रूप से बड़े शहरों द्वारा सामना की जा रही चुनौतियों के मद्देनजर, यह परीक्षण बढ़ाने के साथ-साथ बिस्तर और सेवाओं की संख्या को प्रभावी ढंग से दैनिक मामलों के चरम उछाल को संभालने के लिए चर्चा की गई थी: प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ)
Prime Minister Narendra Modi held a detailed meeting with senior ministers and officials to review India’s response to #COVID19 pandemic. The meeting reviewed the national level status and preparation in the context of the pandemic: Prime Minister's Office (file pic) pic.twitter.com/xQRYZKxiNE
— ANI (@ANI) June 13, 2020
चुनौतियों को देखते हुए विशेष रूप से बड़े शहरों में टेस्टिंग बढ़ाने और कोरोना संक्रमितों के लिए बेड बढ़ाने के संबंध में चर्चा की गई. जिससे दैनिक मामलों में हो रही चरम वृद्धि से निपटा जा सके. पीएम मोदी ने अस्पताल में कोरोना बेड और आइसोलेशन बेड की शहर और जिलेवार आवश्यकताओं की जानकारी ली और राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की जरुरत के हिसाब से आपातकालीन योजना बनाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देश दिया. कोरोना वायरस संक्रमण के 45 प्रतिशत मामले बिना लक्षण वाले, बढ़ी मुश्किलें
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के हालात पर बातचीत की. साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत वरिष्ठ अधिकारी के साथ बैठक करने की सलाह दी. और दिल्ली में वर्तमान हालात को संभालने के लिए उचित योजना बनाने के लिए कहा है.