Coronavirus: कोलकाता पुलिस ने महिला को किया गिरफ्तार, सोशल मीडिया पर फेक पोस्ट के जरिए एक डॉक्टर को COVID-19 पॉजिटिव बताने का आरोप
सोशल मीडिया पर फेक पोस्ट शेयर करने का ताजा मामला पश्चिम बंगाल के कोलकाता से सामने आया है, जहां कोलकाता पुलिस ने एक महिला को सोशल मीडिया पर फेक पोस्ट डालने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि महिला ने अपने फर्जी पोस्ट में बेलियाघाटा के एक डॉक्टर को कोविड-19 संक्रमित बताया है.
Coronavirus Outbreak In India: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus In India) के खिलाफ 21 दिनों का राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) है बावजूद इसके देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है और मरने वालों का आंकड़ा भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है. एक ओर जहां कोरोना वायरस को हराने के लिए भारत सरकार हर संभव प्रयास कर रही है तो वहीं सोशल मीडिया के इस दौर में कोरोना वायरस को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म करने वाले लोगों की भी कोई कमी नहीं है. हालांकि कोविड-19 (COVID-19) को लेकर सोशल मीडिया पर फेक पोस्ट (Social Media Fake Post) के जरिए लोगों में अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जा रही है.
सोशल मीडिया पर फेक पोस्ट (Fake Post) शेयर करने का ताजा मामला पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कोलकाता से सामने आया है, जहां कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) ने एक महिला को सोशल मीडिया पर फेक पोस्ट डालने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि महिला ने अपने फर्जी पोस्ट में बेलियाघाटा के एक डॉक्टर को कोविड-19 संक्रमित बताया है.
फेक पोस्ट मामले में महिला गिरफ्तार
वहीं दूसरी तरफ बेंगलुरु पुलिस ने खुले स्थान पर लोगों को छींकने और कोरोना वायरस का प्रसार करने के लिए उकसाने के आरोप में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आरोपी शख्स ने फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि आएं साथ आएं, बाहर निकलें, खुले में छींके और वायरस फैलाएं. बता दें कि आईटी कंपनी इंफोसिस ने कोरोना वायरस से संबंधित सोशल मीडिया पर अनुचित पोस्ट करने वाले इस कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया है. यह भी पढ़ें: Coronavirus: भारत में COVID-19 के 834 पॉजिटिव केस, 748 एक्टिव मामले, संक्रमण के चलते अब तक गई 19 लोगों की जान
गौरतलब है कि भारत में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण का आंकड़ा बढ़कर 834 तक पहुंच गया है, जबकि इससे अब तक देश भर में 19 लोगों की जान जा चुकी है. बहरहाल, एक ओर जहां हमारा देश कोरोना वायरस को हर हाल में हराने की मुहिम में जुटा है तो वहीं कुछ लोग कोरोनो वायरस को लेकर लोगों को गुमराह करने के लिए सोशल मीडिया को हथियार बना रहे हैं. ऐसे में आपसे यही अपील है कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दें और कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की इस जंग में एक जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज निभाएं.