Coronavirus Updates: भारत में 24 घंटे में सामने आए रिकॉर्ड 90633 केस, 73 हजार से ज्यादा रोगी हुए ठीक, मृत्यु दर घटा
कोरोना से जंग | प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: PTI)

नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण हर रोज बढ़ता जा रहा है. लेकिन राहत की बात यह है कि भले ही प्रतिदिन कोविड-19 के हजारों केस सामने आ रहे है, लेकिन मरीजों के स्वास्थ्य होने की रफ़्तार भी उसी तरह से बढ़ रही है. साथ ही मृत्यु दर में भी गिरावट आई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बीते 24 घंटे में 90,633 लोग घातक वायरस की चपेट में आए है और 1,065 मरीजों की मौत हुई है. भारत में ठीक होने की दर ने एक ही दिन में 70,000 से ज्यादा रोगियों के डिस्चार्ज होने के रिकॉर्ड स्तर को प्राप्त कर लिया है. पिछले 24 घंटे में, सबसे ज्यादा 73,642 को डिस्चार्ज किया गया.

देश में कोविड-19 पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या  41,13,812 है जिसमें 8,62,320 सक्रिय मामले, 31,80,866 डिस्चार्ज मामले और 70,626 मौतें शामिल हैं. भारत में “टेस्ट, ट्रेक और ट्रीट” रणनीति के ठोस और सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं. भारत में ठीक होने की दर ने एक ही दिन में 70,000 से ज्यादा रोगियों के डिस्चार्ज होने के रिकॉर्ड स्तर को प्राप्त कर लिया है. पिछले 24 घंटे में, सबसे ज्यादा 73,642 को डिस्चार्ज किया गया. दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,973 नए मामले

कोविड-19 के रोगियों की इस प्रकार से अत्यधिक संख्या में ठीक होने और अस्पतालों और होम आइसोलेशन से छुट्टी प्रदान किए जाने के कारण, अब ठीक होने की दर बढ़कर 77.32 प्रतिशत हो गई है. इसके कारण कोविड-19 के मामले में मृत्यु दर में भी गिरावट दर्ज की गई है, जो आज के दिन में 1.72 प्रतिशत के नए निचले स्तर पर पहुंच चुका है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय नियमित रूप से उन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के संपर्क में है जहां कोविड संक्रमण के मामले में अचानक तेजी, इसके सक्रिय मामले में बढ़ोतरी या वहां के कुछ जिलों में उच्च मृत्यु दर की रिपोर्ट दर्ज की जा रही है. केंद्र ने हाल ही में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक को कोरोना वायरस के प्रसार की श्रृंखला को तोड़ने के लिए आक्रामक उपायों पर ध्यान केंद्रित करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि मृत्यु दर को 1 प्रतिशत से कम पर नियंत्रित रखा जाए. राज्यों को सलाह दी गई है कि वे सक्रियता के साथ अधिक से अधिक परीक्षण, मृत्यु दर कम करने के लिए प्रभावी नैदानिक ​​प्रबंधनसुनिश्चित करें, और विभिन्न स्तरों पर कुशल निगरानी रखते हुए लोगों के जीवन बचानेके प्रयास करें.