नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप के बीच मंगलवार को दिल्ली (Delhi) के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) से प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया है. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में पिछले कई महीनों से बैठे प्रदर्शनकारियों को हटाकर धरना स्थल को साफ किया गया है. जबकि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है.
शाहीन बाग में महिला प्रदर्शनकारी ने रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ के दिन भी अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा था. हालांकि कोविड-19 संक्रमण के रोकधाम के लिए कुछ ऐहतियात जरुर बरती जा रही थी. लेकिन महामारी को फैलने से रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में पूरी तरह से लॉकडाउन का ऐलान किया गया था साथ ही लोगों के जमा होने पर भी पाबंदी लागू की गई है. दिल्ली सरकार ने 31 मार्च तक राजधानी में ऐसे किसी भी धार्मिक, पारिवारिक, सामाजिक, राजनीतिक या सांस्कृतिक आयोजन की अनुमति न देने की घोषणा की थी जिसमें पचास से अधिक लोगों के जुटने की संभावना हो. शाहीन बाग: प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाने वाले कपिल गुर्जर को कोर्ट से मिली जमानत
#WATCH दिल्ली: #Coronavirus के मद्देनज़र राष्ट्रीय राजधानी में पूरी तरह से लॉकडाउन के बीच दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग में धरना स्थल को साफ करते हुए। pic.twitter.com/eOye8htxiO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 24, 2020
वहीं, सरकार ने बुधवार को कहा था कि शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए दिल्ली पुलिस ने अमन समितियों, निवासी कल्याण समितियों सहित विभिन्न पक्षों के साथ कई स्तरों पर कई दौर की बातचीत की. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका.
कोरोना वायरस फैलने के खतरे को देखते हुए दिल्ली में पुलिस और दक्षिण पूर्वी जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मंगलवार को शाहीन बाग का दौरा कर सीएए के विरोध में प्रदर्शन करने वालों से क्षेत्र को खाली करने का आग्रह किया था. कुछ दिन पहले ही शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ जारी प्रदर्शन से जुड़े एक प्रदर्शनकारी में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई.