नई दिल्ली, 7 फरवरी : सिल्क स्टॉकिंग कॉनमैन सुकेश चंद्रशेखर तिहाड़ जेल के तीन अधिकारियों को रिश्वत देने के नए आरोपों के साथ फिर से चर्चा में है. इस ठग ने एक बार फिर तिहाड़ जेल नंबर 4 के स्टाफ को रिश्वत देने की कोशिश की है. इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल ने आईएएनएस को बताया कि सुकेश ने एक कैदी के भाई के बैंक खाते में कथित तौर पर 1.25 लाख रुपये जमा किए थे. यह आधिकारिक तौर पर पता चला था कि करोड़पति ठग की जांच कर रही पुलिस को यह समझना मुश्किल हो रहा था कि सुकेश अधिकारियों को कैसे रिश्वत दे रहा है. दो हफ्ते पहले, जब पुलिस ने पाया कि कुछ पैसे किसी कैदी के भाई के खाते में जमा किए गए थे. डीजी जेल ने कहा, "हम एक जांच करवा रहे हैं और जेल से तीन कर्मचारियों का तबादला कर दिया है." जेल के तीन कर्मचारियों में दो सहायक अधीक्षक शामिल हैं जिन्हें अब जेल मुख्यालय की जिला लाइन भेज दिया गया है.
इस बीच जेल के वरिष्ठतम अधिकारी ने बताया कि एहतियात के तौर पर कैदी सुकेश चंद्रशेखर के आवास को भी दूसरी जेल में बदल दिया गया है. अधिकारी ने कहा, "हमने उसे जेल नंबर 4 से 1 में स्थानांतरित कर दिया है." पिछले महीने, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने तिहाड़ जेल अधिकारियों को 82 जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लिखा था, जिन्होंने कथित तौर पर कैदी सुकेश को जेल के अंदर शानदार सुविधाएं प्रदान करके उसकी मदद की थी. आईएएनएस को मिले पत्र में ईओडब्ल्यू ने सभी 82 जेल अधिकारियों के नामों का उल्लेख किया था. यह भी पढ़ें : Madhya Pradesh: इंदौर में बनेगी लता की याद में संगीत अकादमी- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान
जांच के दौरान, रोहिणी जेल के दस कैमरों के सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए गए और जांच की गई और पाया गया कि आरोपी सुकेश की बैरक में लगे सीसीटीवी कैमरों का ²श्य पर्दे और मिनरल वाटर की बोतलों से पूरी तरह से अवरुद्ध था. ईओडब्ल्यू ने पत्र में उल्लेख किया था कि कैमरे की नजर से वस्तु को हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई और इसके लिए जेल अधिकारियों को सुकेश और उसके सहयोगियों से मोटी रकम मिली. पता चला है कि कैदी सुकेश बिना किसी रूकावट के लग्जरी सुविधाओं के लिए हर महीने करीब 1.50 करोड़ रुपये चुकाता था.