नई दिल्ली, 16 दिसम्बर : लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhary) ने गुरुवार को शून्यकाल के दौरान चीन पर एक श्वेत पत्र की मांग की और सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पड़ोसी देश को सीमा उल्लंघन के लिए 'लाल आंख' (क्रोधित आंखें) दिखाने के बजाय, सरकार वहां से आयात बढ़ा रही है. चौधरी द्वारा मामला उठाए जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय ने भी चीन मुद्दे पर चर्चा की मांग की.
चौधरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2014 की टिप्पणी की ओर इशारा कर रहे थे, जब उन्होंने सीमा पर बार-बार होने वाले उल्लंघनों पर चीनियों को ' लाल आंख' (क्रोधित आंखें) दिखाने की बात की थी और ' 56 इंच की छाती' की ताकत के बारे में भी बात की थी. चौधरी ने शून्यकाल के दौरान अरुणाचल प्रदेश में चीन की पीएलए सैनिकों द्वारा अतिक्रमण का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार को चीन पर एक श्वेत पत्र लाना चाहिए. यह भी पढ़ें : Ayushman Bharat Scheme: ओडिशा के भाजपा सांसदों ने राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू करने की मांग की
उन्होंने कहा कि चीन हमेशा सीमाओं पर भारत पर हमला करता है और अगर मीडिया रिपोटरें की मानें तो एम्स साइबर हमले के पीछे भी चीन का हाथ था. हालांकि, कांग्रेस सांसद ने कहा कि चीन को 'लाल आंख' दिखाने के बजाय, सरकार चीन से आयात बढ़ा रही है, जबकि अमेरिका के साथ भारत का व्यापार गिर रहा है.
चौधरी ने सत्ता पक्ष के विरोध के बीच कहा- अमेरिका के साथ हमारा व्यापार गिर रहा है, जबकि भारत के साथ व्यापार करने से चीन को फायदा हो रहा है. जब चीन हम पर हमला कर रहा है और भारत को तबाह करने की कोशिश कर रहा है, तो उसे मदद करने की क्या जरूरत है? मैं सरकार से यही पूछना चाहता हूं. क्या है सरकार की मंशा? चीन को कब लाल आंख दिखाएगी. चीन को लाल आंख दिखाओ. चीन के मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए बुधवार को कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने निचले सदन से कई बार वॉकआउट किया था.