कानपुर पुलिस हत्याकांड: प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर फिर बोला हमला, प्रशासन की कार्यशैली पर उठाए सवाल
कानपुर (Kanpur) पुलिस हत्याकांड को लेकर कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार पर हमला बोला है. कई दिन बीत जाने के बावजूद आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या करने वाले अपराधी विकास दुबे को यूपी पुलिस पकड़ नहीं पाई है.
लखनऊ: कानपुर (Kanpur) पुलिस हत्याकांड को लेकर कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार पर हमला बोला है. कई दिन बीत जाने के बावजूद आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या करने वाले अपराधी विकास दुबे (Vikas Dubey) को यूपी पुलिस पकड़ नहीं पाई है.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा “कानपुर कांड में शहीद हुए पुलिस अधिकारी श्री देवेन्द्र मिश्र का वरिष्ठ अधिकारियों को मार्च में लिखा गया पत्र इस नृशंस वारदात का अलार्म था. आज कई खबरें आ रही हैं कि वो पत्र गायब है. ये सारे तथ्य यूपी के गृह विभाग की कार्यशैली पर एक गंभीर प्रश्न उठाते हैं.” प्रियंका गांधी के बाद 35, लोधी एस्टेट होगा भाजपा के अनिल बलूनी का आवास
प्रियंका गांधी ने शनिवार को एक वर्चुअल मीटिंग में कहा था कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज हो गया है और यहां तक कि पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं. कांग्रेस नेता सूबे की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधाते हुए रविवार को ट्वीट कर कहा, "पिछले एक हफ्ते में उप्र में करीब 50 हत्याएं हुईं हैं. हालांकि सीएम के प्रचार में तो यूपी 'अपराधमुक्त' हो चुका है लेकिन सच्चाई कुछ और ही है. सच्चाई यह है कि कुछ अपराधों में यूपी पूरे देश में टॉप पर है। जवाबदेही किसकी है?"
उधर, कानपुर एनकाउंटर में अपनी जान गंवाने वाले सर्किल ऑफिसर देवेंद्र मिश्रा द्वारा लिखा शिकायत पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. यूपी के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि इस की जांच के लिए डीजीपी ने एक आईजी लेवल के अधिकारी को भेजा है. जांच में सच सामने आ जाएगा.
उल्लेखनीय है कि एक स्थानीय अपराधी विकास दुबे और उसके गुर्गो ने पिछले शुक्रवार को कानपुर के चौबेपुर पुलिस सर्कल के अंतर्गत आने वाले बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसमें सर्कल अधिकारी सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए और छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.