भाजपा के 'बंटोगे तो कटोगे' पर कांग्रेस का हमला, राहुल गांधी ने कहा - 'जातिगत जनगणना को रोकने का प्रयास कर रहे पीएम'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को चुनावी राज्य महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस लोगों को जातियों में बांटना चाहती है, इसलिए "हम एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे". वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा नेताओं के "बंटेंगे तो कटेंगे" के नारे पर पलटवार किया.
नई दिल्ली, 9 नवंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को चुनावी राज्य महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस लोगों को जातियों में बांटना चाहती है, इसलिए "हम एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे". वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा नेताओं के "बंटेंगे तो कटेंगे" के नारे पर पलटवार किया.
राहुल गांधी ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जातिगत जनगणना को रोकने का प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस और 'इंडिया' गठबंधन देश से वादा करता है कि जातिगत जनगणना करके दिखाएंगे. आरक्षण की सीमा को 50 फीसदी से अधिक किया जाएगा." उन्होंने झारखंड में एक रैली को संबोधित करते हुए 'इंडिया' गठबंधन द्वारा आदिवासियों को 28 फीसदी, दलितों को 12 प्रतिशत और पिछड़े वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण देने के वादे को भी दोहराया. यह भी पढ़ें : ‘स्व. मुलायम सिंह को भी कष्ट हो रहा होगा’, सपा-कांग्रेस के गठजोड़ पर सीएम योगी का तंज
झारखंड के धनबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, "देश में करीब 50 फीसदी ओबीसी, 15 फीसदी दलित, आठ फीसदी आदिवासी वर्ग के लोग हैं, लेकिन इन वर्गों की देश में कोई भागीदारी नहीं है. इसे बदलने का सबसे बड़ा तरीका जाति जनगणना है. इससे देश को पता लग जाएगा कि देश में पिछड़े, आदिवासी और दलित कितने हैं. देश का धन कैसे बंटा है. सरकारी संस्थाओं में किस वर्ग की कितनी भागीदारी है और जाति जनगणना होते ही हिंदुस्तान में क्रांतिकारी राजनीति शुरू हो जाएगी."
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, "भाजपा आदिवासियों को वनवासी कहती है. आदिवासी का मतलब देश का पहला मालिक होता है. वहीं वनवासी का मतलब है, जंगल में रहने वाले लोग, जिनका देश के संसाधनों पर कोई अधिकार नहीं है. भाजपा धीरे-धीरे आदिवासियों से जंगल छीन रही है, लेकिन 'इंडिया' गठबंधन मानता है कि जल, जंगल, जमीन पर आदिवासियों का पहला अधिकार है और उसका फायदा आदिवासियों को मिलना चाहिए."
राहुल गांधी ने जनता की भारी भीड़ के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनिंदा उद्योगपतियों के लिए काम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "उन्होंने एक बार देखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तार के पीछे खड़े गरीब बच्चों से झिझक कर मिले रहे थे. हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री गरीबों, किसानों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के पास जाते ही नहीं हैं. वह सिर्फ उद्योगपतियों के पास जाते हैं. वह कभी किसी गरीब के यहां शादी में नहीं गए, लेकिन अंबानी के बेटे की शादी में चले गए. इससे पता चलता है कि वह आपके नहीं हैं, वह चुनिंदा उद्योगपतियों के हैं."
कांग्रेस नेता ने कहा कि आज सच्चाई यह है कि हिंदुस्तान में युवा और महिलाएं दुखी हैं. देश के युवा बेरोजगारी के कारण दुखी हैं और महिलाएं महंगाई से दुखी हैं. मोदी जी सिर्फ बड़े-बड़े भाषण देते हैं, करते कुछ नहीं है. नरेंद्र मोदी ने हर चीज पर जीएसटी लगा दिया है. टैक्स का पूरा ढांचा देश के गरीब लोगों से पैसा लेने का तरीका है.
राहुल गांधी ने कहा, "इस लोकसभा चुनाव में केंद्र में 'इंडिया' गठबंधन की सरकार नहीं बनी, लेकिन आने वाले समय में केंद्र में 'इंडिया' गठबंधन और कांग्रेस की सरकार आएगी. यह किसानों, मजदूरों, छोटे व्यापारी,गरीबों की मदद करने वाली सरकार होगी."
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा पर उसके विभाजनकारी नारे 'बंटेंगे तो कटेंगे' को लेकर हमला बोला. उन्होंने कहा, "भाजपा ही लोगों को बांटती और काटती है. यह देश संविधान से चलता है, लेकिन भाजपा इसे मनुस्मृति से चलाना चाहती है."
उन्होंने शनिवार को महाराष्ट्र के अमरावती में एक जनसभा को संबोधित किया. इससे पहले नागपुर में पत्रकारों से भी बातचीत की.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री 'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा लगाते हैं, तो प्रधानमंत्री मोदी 'एक हैं तो सेफ हैं' का नारा देते हैं. भाजपा ने हमेशा लोगों का ध्यान भटकाने और उन्हें गुमराह करने के लिए विभाजनकारी राजनीति का सहारा लिया है. बाबा साहेब के संविधान के बनने से पहले भाजपा के लोग मनुस्मृति पर चलते थे. भाजपा ने ही लोगों को ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र और अति शुद्र में बांटा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'मुख में राम और बगल में छुरी' है."
कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा के राष्ट्रवाद और देशभक्ति के दावों पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा, "भाजपा अपना एक भी ऐसा नेता बताए, जिसने देश के लिए इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की तरह अपना जीवन बलिदान दिया हो. आरएसएस ने कभी आजादी के आंदोलन में लड़ाई नहीं लड़ी. कांग्रेस ने देश को मजबूत करने का कार्य किया. कांग्रेस राष्ट्र की एकता के लिए लड़ने वाली पार्टी है."
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि कांग्रेस ने 70 साल में कुछ नहीं किया. अगर कांग्रेस कुछ नहीं करती तो नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री नहीं बनते. कांग्रेस ने संविधान बनाया और लोकतंत्र को बचाया, इसलिए नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने." उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी जिस संविधान के आधार पर प्रधानमंत्री बने, उसे ही खत्म करने में लगे हैं.
खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा देश के युवाओं को प्रति वर्ष दो करोड़ रोजगार देने के वादे की भी याद दिलाई और कहा कि मोदी ने युवाओं को धोखा देने का काम किया है. उन्होंने कहा, "युवाओं में व्यापक बेरोजगारी है, किसानों में संकट है और नशे की लत की समस्या बढ़ रही है. नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा किया था. मगर आज किसानों को उनकी फसलों के सही दाम नहीं मिल रहे हैं. मोदी सरकार ने भारी मात्रा में कपास बाहर से आयात किया. विदेश से सोयाबीन तेल लाया जा रहा है. इससे देश में कपास और सोयाबीन के दाम गिर गए हैं."
कांग्रेस अध्यक्ष ने राहुल गांधी द्वारा लाल कवर वाली संविधान की प्रति दिखाने पर उन्हें ‘शहरी नक्सलियों’ का समर्थक कहे जाने को लेकर भाजपा की आलोचना की. उन्होंने कहा, "मोदी केवल झूठ का सहारा लेते हैं और वह जोर-शोर से झूठ बोलते हैं."
महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति गठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इसकी नींव धोखाधड़ी पर रखी गई थी. भाजपा ने विधायकों को रिश्वत देकर जनादेश चुराया था. यह महाराष्ट्र में सबसे खराब शासन वाला एक अवसरवादी गठबंधन है. महाराष्ट्र देश के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक था, यहां अलग-अलग राज्यों से लोग रोजगार के लिए आते थे. महायुति गठबंधन सरकार के कारण आज यह बर्बाद हो गया है. महिलाएं अब महाराष्ट्र में सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं.
खड़गे ने जनता से कांग्रेस समेत महा विकास आघाड़ी गठबंधन के सभी उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान की अपील की. उन्होंने कहा, "विधानसभा चुनाव महाराष्ट्र को प्रगति और विकास के पथ पर वापस लाने का अवसर है. भाजपा द्वारा सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों में केंद्रीय और राज्य मंत्रियों को प्रचार में उतारने के बावजूद महा विकास आघाड़ी गठबंधन चुनाव जीतेगा."