लोकसभा चुनाव 2019 (Loksabha Election 2019) के बिगुल बजने के बाद राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करना शुरू कर दिया है. इस बीच आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने राजनीतिक रणनीतिकार और जनता दल (यूनाइटेड) के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर (Prashant kishor) पर हमला किया है. उन्होंने किशोर को बिहार का डाकू बताते हुए आंध्र प्रदेश के लाखों वोटरों का नाम डिलीट करने को लेकर गंभीर आरोप लगाया है.
चंद्रबाबू नायडू ने अपने इस बयान के दौरान प्रशांत किशोर को वोटरों के नाम डिलीट करने का आरोप लगते हुए साइबर अपराध करने का आरोप लगाया है. वहीं अपने अपने बयान के दौरान उन्होंने आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने तेलंगाना सीएम के चंद्रशेखर राव के खिलाफ आपराधिक राजनीति करने का आरोप लगाया है.
Andhra Pradesh CM N Chandrababu Naidu in Ongole: K Chandrashekar Rao is doing criminal politics. He is grabbing the MLAs of Congress and TDP. Bihari dacoit Prasant Kishore has removed lakhs of votes in Andhra Pradesh. (18.03.2019) pic.twitter.com/y04MP1u7v4
— ANI (@ANI) March 19, 2019
प्रशांत किशोर का पलटवार
चंद्रबाबू नायडू के इस बयान के बाद प्रशांत किशोर भी पीछे नहीं रहे, उन्होंने नायडू को नसीहत देते हुए कहा कि एक बुरी हार सबसे अनुभवी राजनेताओं को भी परेशान कर सकती है. इसलिए मैं उनके आधारहीन शब्दों से हैरान नहीं हूं। किशोर ने कहा, बिहार के खिलाफ अपमानजनक भाषा का उपयोग करने के बजाय सिर्फ इस बात पर ध्यान दें कि आंध्र प्रदेश के लोग फिर से आपको वोट क्यों दें.
An imminent defeat can rattle even the most seasoned politicians. So I’m not surprised with the baseless utterances of @ncbn
Sirji rather than using derogatory language that shows your prejudice & malice against Bihar, just focus on why people of AP should vote for you again. https://t.co/CYSJNRJ43W
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) March 19, 2019
बता दें कि यह पहला मौका नहीं जब चंद्रबाबू नायडू ने मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट से डिलीट करने का आरोप लगाया हो. इससे पहले उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी चीफ जगनमोहन रेड्डी, टीआरएस और बीजेपी पर वोटरों के नाम लिस्ट से हटाने का आरोप लगाया था. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में सात चरणों में देशभर की लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा के लिए एक साथ, पहले चरण यानी 11 अप्रैल को ही मतदान होगा.