मुंबई: 14 घंटे बाद भी नहीं मिला खुले नाले में गिरा मासूम दिव्यांश सिंह, बचाव अभियान जारी
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) की लापरवाही से एक मासूम बुधवार रात को गटर (नाला) में गिर गया. फिलहाल बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है. घटना के बाद से ही दमकल विभाग के कर्मचारी, पुलिस और बीएमसी की टीमें मौके पर मौजूद है. लेकिन बच्चे का अब तक कोई पता नहीं चल सका है.
मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) की लापरवाही से एक मासूम बुधवार रात को गटर (नाला) में गिर गया. फिलहाल बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है. घटना के बाद से ही दमकल विभाग के कर्मचारी, पुलिस और बीएमसी की टीमें मौके पर मौजूद है. लेकिन बच्चे का अब तक कोई पता नहीं चल सका है.
मिली जानकारी के मुताबिक गोरेगांव के अम्बेडकर नगर इलाके में तीन साल का दिव्यांश सिंह एक खुले नाले में गिर गया. यह घटना कल रात 10:24 बजे की है जब दिव्यांश सड़क पर चलते हुए गलती से गटर में जा गिरा. इस हादसे का वीडियो पर सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि दिव्यांश सड़क किनारे बने एक इलेक्ट्रिक बॉक्स के पीछे खुले नाले में चलते-चलते अचानक गिर जाता है. दरअसल नाला अंधेरा होने के कारण उसे दिखाई नहीं दिया और वह सीधे उसमें जा गिरा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस नाले में दिव्यांश गिरा है वह ज्यादा गहरा नहीं है. लेकिन यह नाला आगे जाकर एक गहरे सीवर में मिलता है. उधर, बारिश के चलते नाले में पानी का बहाव भी काफी तेज है. ऐसे में बच्चे की सुरक्षा को लेकर सभी चिंतित हैं. जबकि परिवार में मातम पसरा हुआ है.
गौरतलब हो कि बीएमसी की लापरवाही के चलते हर साल बारिश के मौसम में ऐसी घटनाएं होती रहती है. लेकिन इसके बावजूद ना तो राज्य सरकार और ना ही बीएमसी कोई ठोस कदम उठा रही है. आपको याद दिला दें कि साल 2017 की बारिश में मुंबई के मशहूर डॉक्टर दीपक अमरापुरकर की खुले गटर (मेनहोल) में गिरने से मौत हो गई थी.