छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) हाईकोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (Raman Singh) के खिलाफ दायर याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है और CBI, ED और रमन सिंह को नोटिस जारी करके 6 सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है. रमन सिंह के खिलाफ लिए गए कोर्ट के इस एक्शन के बाद अब कांग्रेस पूर्व सीएम पर हमलावर हो गई है. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य आरपी सिंह ने कहा कि न्यायालय को जबाब देने के साथ रमन सिंह जनता को भी इन सवालों का जबाब दें. ‘धार्मिक पर्यटन’ का हब बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा छत्तीसगढ़, सीएम भूपेश बघेल की अगुवाई में खाका तैयार.
आरपी सिंह ने कहा, रमन सिंह 15 सालों तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं उनके पुत्र सांसद रहे हैं. अगर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगे है तो जनता को इसकी सच्चाई जानने का पूरा हक है. आरपी सिंह ने कहा कि रमन सिंह के पुत्र का नाम पनामा पेपर में भी आया था, लेकिन रमन सिंह द्वारा मुख्यमंत्री रहते हुए उसकी जांच नहीं करवाई गई. जबकि पनामा पेपर के अभिषाक सिंह का पता रमन मेडिकल स्टोर्स कवर्धा का ही था जो कि रमन सिंह के निवास का पता है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि पनामा पेपर वाले अभिषाक सिंह और अभिषेक सिंह एक ही हैं. उन्होंने कहा कि अब जब हाई कोर्ट में भी रमन सिंह और उनके पुत्र के आय से अधिक संपत्ति के मामले में नोटिस दिया है तो रमन सिंह सार्वजनिक रूप से स्पष्टीकरण जारी करें और जनता को अपनी सच्चाई बताएं.
बता दें कि सोमवार को कांग्रेस नेता विनोद तिवारी की याचिका पर हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. याचिकाकर्ता ने कोर्ट को बताया कि रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह की संपत्ति में बीजेपी सांसद बनने के बाद भारी इजाफा हुआ है और उनका नाम पनामा पेपर्स मामले में भी था.