नई दिल्ली: जलशक्ति मंत्रालय ने जल संरक्षण (Water Conservation) में अच्छे काम को लेकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दो जिलों को चिह्न्ति किया. दोनों जिलों को नदियों और अन्य जल निकायों को पुनर्जीवित करने और उन्हें फिर से भरने के लिए जलशक्ति मंत्रालय ने इन्हें पुरस्कृत करने के लिए चुना है.
बिलासपुर (Bilaspur) जिले को राष्ट्रीय स्तर पर ईस्ट अंडर रिवाइवल ऑफ रिवर श्रेणी में प्रथम पुरस्कार के लिए चुना गया है, जबकि सूरजपुर (Surajpur) जिले को पूर्व जल संरक्षण श्रेणी में सराहना मिली है. सरकार के बयान में कहा, "मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के चार अनुप्रतीक- नरवा, गरुवा, घुरवा और बारी को बचाने के अपने विजन से राज्य में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को एक नया जीवन दिया है." Padhai Tuhar Dwar: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम की सफलता पर जताई प्रसन्नता
बघेल ने कहा कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को एक नया जीवन दे रहा था. उन्होंने कहा, "नरवा कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना का एक महत्वपूर्ण भूमिका में है. सभी जिलों में बड़ी संख्या में नदियों और नालों का संरक्षण किया जा रहा है, ताकि पीने का पानी, सिंचाई संसाधनों का विकास और भूजल का पुनर्भरण सुनिश्चित किया जा सके."