छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद एक BJP समर्थक दुर्गेश पांडे की कहानी देश में चर्चा का विषय बन गई है. जीत के लिए दुर्गेश ने काली माँ से एक विचित्र मन्नत मांगी थी - "BJP जीतेगी तो मैं अपनी उंगली काट कर चढ़ा दूँगा!"
चुनाव के नतीजे आए और BJP जीत गई. दुर्गेश ने अपनी मन्नत निभाने के लिए अपनी उंगली काट दी! लेकिन इस कारनामे ने उनके लिए दुखद मोड़ ले लिया - उंगली काटने के बाद उनका बहुत खून बह गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा.
दुर्गेश के इस घटना ने देश भर में लोगों को चौंका दिया है. कुछ लोग उनकी आस्था की तारीफ़ कर रहे हैं, तो कुछ लोग उन्हें बेवकूफ़ भी कह रहे हैं. दुर्गेश ने कहा कि शुरू में जब BJP पिछड़ती दिख रही थी तो वह बहुत परेशान हो गए थे. उन्होंने अपने गाँव के काली माँ के मंदिर में जाकर मन्नत मांगी थी कि BJP जीतेगी तो वह अपनी उंगली काट कर चढ़ा देंगे. बीजेपी जीत गई तो दुर्गेश पांडे ने अपनी बाएं हाथ की उंगली को आधा काटकर मंदिर में चढ़ा तो दी, लेकिन इसके बाद उसके हाथ से खून का बहाव बंद नहीं हो रहा था. परिजन तुरंत उन्हें सामरी के ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल कराया.
प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल करने के बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर उसके खून के बहाव को रोक दिया , हालांकि देर हो जाने की वजह से उसके कटे उंगली को डॉक्टर जोड़ नहीं पाए लेकिन अब उसकी हालत सामान्य हो गई है. यह ज़रूरी है कि हम अपनी आस्था को बुद्धिमानी से निरूपित करें और ऐसे कार्यों से बचें जो हमारे लिए नुकसानदायक हो सकते हैं.