लड़कियों को देता था किराए पर घर, बाथरूम से लेकर इन जगहों पर लगा रखे थे कई कैमरे... उसके बाद जो करता था- उसने हर किसी का होश उड़ा दिए
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit-File Photo)

चेन्नई: तमिलनाडु (Tamil Nadu) की राजधानी चेन्नई (Chennai) के अदम्बक्कम स्थित संपत राज के हॉस्टल में रहने वाली महिलाओं के पिछले काफी लंबे समय से अश्लील वीडियो बन रहे थे. यहां रहने वाली महिलाओं को इसके बारे में कुछ भी अंदाजा नहीं था. वीडियो बनाने के लिए आरोपी ने उनके बाथरूम के प्लग सॉकेट के अंदर छिपा कर लगाए हुए थे. इन कैमरों से ही उनकी सारी रिकॉर्डिंग होती थी. पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पड़ताल के दौरान पुलिस ने हॉस्टल के कमरों में बने सॉकेट्स, बल्बों, हैंगर और आरोपी की हाथ वाली घड़ी तक से छिपा कैमरा बरामद किया है.

महिलाओं के अश्लील वीडियो बनाने के आरोप में पुलिस ने संकेत नाम के एक व्यक्ति को गिफ्तार किया है. आरोपी संपत की उम्र 48 वर्ष है. आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया कि महिलाएं सोचती थीं कि संपत उनके कमरों में आता था और अपने हाथ की काले और लाल रंग की हाथ वाली घड़ी से उनके विडियो बनाता था.

एक कमरे में फिट थे कई स्पाई कैमरे

मिली जानकारी के अनुसार संपत ने इसी साल अक्टूबर में अपने घर के कमरों को किराए पर देने के लिए विज्ञापन निकाला था. उसने विज्ञापन में ही दिया था कि कमरे सिर्फ महिलाओं के लिए किराए पर हैं. नवंबर के पहले हफ्ते में एक महिला ने संपत से संपर्क किया. बाद में छह अन्य महिलाओं ने भी घर के कमरे किराए पर लिए. हर महिला से वह 7,000 रुपये किराया लेता था. संपत ने हर एक कमरे में कई कैमरे लगाए. क्योंकि संपत खुद एक इंजिनियर था इसलिए उसने बिना किसी की मदद लिए खुद से सारे कैमरे हर कमरे में जगह-जगह फिट कर दिए.

बार-बार कैमरे चेक करने आता था संपत

पुलिस ने मीडिया को बताया कि संपत समय-समय पर बिल्डिंग में जाता और वहां मरम्मत के बहाने कमरों और बाथरूम में जाकर कैमरे की फिटिंग चेक करता था. वह कमरों में जाने के लिए ड्यूप्लिकेट चाबी का प्रयोग करता था और वहां से फुटेज निकाल लाता था.

बाथरूम में फिट थे खास साउंड ऐक्टिवेटेड कैमरे

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार संपत में जो कैमरे बाथरूम में फिट किए थे वे साउंड ऐक्टिवेटेड थे. ये खास तरह के कैमरे 500 घंटों तक स्टैंडबाइ मोड पर रह सकते थे. जैसे ही बाथरूम में दरवाजों या पानी की थोड़ी हलचल होती कैमरों के सेंसर ऐक्टिव हो जाते थे और विडियो बनना शुरू हो जाता था. इन कैमरों में चार घंटे तक की रिकॉर्डिंग हो सकती है. अगर कुछ देर आवाज नहीं होती है तो ये कैमरे वापस स्टैंडबाइ मोड पर चले जाते हैं.