Chandigarh University Video Row: बवाल के बाद यूनिवर्सिटी 6 दिन के लिए बंद, वॉर्डन को हटाया गया, हॉस्टल की टाइमिंग भी बदली
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय MMS कांड के बाद कैंपस में छह दिन के लिए कक्षाएं सस्पेंड कर दी गई हैं. हॉस्टल के सभी वार्डन का तबादला किया जा रहा है. इसके अलावा हॉस्टल की टाइमिंग भी बदलाव किया गया है.
Chandigarh University Video Row: चंडीगढ़ विश्वविद्यालय (Chandigarh University) में हुए MMS कांड के बाद कैंपस में छह दिन के लिए कक्षाएं सस्पेंड कर दी गई हैं, जिसके बाद कई छात्र-छात्राएं कैंपस छोड़कर जा रहे हैं. प्रशासन द्वारा सभी मांगें स्वीकार करने के बाद देर रात करीब डेढ़ बजे छात्रों ने अपना धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया. हॉस्टल के सभी वार्डन का तबादला किया जा रहा है. इसके अलावा हॉस्टल की टाइमिंग भी बदलाव किया गया है. Chandigarh University MMS Row: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वीडियो लीक मामले में मुख्य आरोपी शिमला से गिरफ्तार
यूनिवर्सिटी प्रशासन इस बात से लगातार इनकार कर रहा है कि आरोपी MBA की छात्रा ने दूसरी लड़कियों के वीडियो भी बनाए थे. छात्रों को इस मामले में दर्ज हुई FIR की कॉपी भी उपलब्ध कराई गई है. मामले में पुलिस ने अबतक आरोपी लड़की, उसके प्रेमी और उसके दोस्त समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है.
क्या है मामला
हॉस्टल की लड़कियों का आरोप लगाया है कि एक छात्रा ने कई गर्ल स्टूडेंट्स का नहाते हुए वीडियो बनाकर अपने बॉयफ्रेंड को भेज दिया है, जिसके बाद बॉयफ्रेंड ने वीडियो को वायरल कर दिया, जिसके बाद छत्राओं ने उग्र विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. हंगामा बढ़ा तो मौके पर पुलिस पहुंच गई. आरोपी छात्रा को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई. पूछताछ के दौरान शिमला में रहने वाले उसके बॉयफ्रेंड के बारे में पता चला.
पुलिस ने बॉयफ्रेंड की तलाश में शिमला में अभियान चलाया और शाम को उसे गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है. बॉयफ्रेंड की गिरफ्तारी के बाद 18 सितंबर की रात पुलिस ने शिमला में एक 31 वर्षीय शख्स को भी हिरासत लिया.
यूनिवर्सिटी प्रशासन दावा कर रहा है कि आरोपी छात्रा ने सिर्फ अपना वीडियो बनाकर अपने बॉयफ्रेंड को भेजा है. इसके अलावा किसी भी छात्रा का वीडियो नहीं बनाया गया. यूनिवर्सिटी के इस दावे पर छात्राओं ने सवाल उठाया है. मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराने का भरोसा दिया गया है. छात्राओं का आरोप है कि सुसाइड की कोशिश के मामले भी प्रशासन द्वारा छुपाए जा रहे हैं.