नई दिल्ली: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief Of Defence Staff) के तौर पर बुधवार को जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) ने कार्यभार संभाल लिया. जनरल बिपिन रावत, मंगलवार 31 दिसंबर को आर्मी चीफ के पद से रिटायर हुए. बुधवार को उन्होंने CDS कार्यभार ग्रहण करने से पहले रावत ने दिल्ली के वार मेमोरियल पर देश के शहीद जवानों को सलामी दी. इसके बाद CDS बिपिन रावत ने मीडिया से बातचीत में कहा, "तीनों सेनाएं मिलकर काम करेगी, मुझे जो जिम्मेदारी दी गई उसके अनुसार मैं एकता और संसाधन के बेहतर उपयोग के लिए काम करुंगा. CDS बिपिन रावत ने अपने ऊपर लगे राजनीतिक पक्षपात के आरोप पर कहा कि हम राजनीति से काफी दूर रहते हैं... काफी दूर, हमें सरकार के निर्देशों के अनुसार काम करने होते हैं.
बुधवार को बिपिन रावत ने कहा कि CDS का काम तीनों सेनाओं को एकजुट बनाना, हम इसी ओर आगे बढ़ेंगे. सभी कार्रवाई टीम वर्क की जरिए होगी, CDS इसमें सहयोग करेगा. बिपिन रावत ने कहा, CDS पूरी तरह से न्यूट्रल होकर काम करेगा, किसी एक सेना की ओर उसका झुकाव नहीं होगा. जनरल बिपिन रावत ने यह भी कहा, हम तीनों सेनाओं में समन्वय बैठाने के लिए किसी वेस्टर्न कल्चर नहीं बल्कि हम अपना नया कल्चर बनाएंगे.
सेना राजनीति से दूर-
Chief of Defence Staff(CDS) General Bipin Rawat on allegations that he is politically inclined: We stay far away from politics, very far. We have to work according to the directions of the Government in power pic.twitter.com/CYQnp3C9o6
— ANI (@ANI) January 1, 2020
बतौर आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत का तीन साल का कार्यकाल मंगलवार 31 दिसंबर 2019 को समाप्त हो गया है. जनरल बिपिन रावत ने 1 जनवरी 2020 से वह सीडीएस पद की जिम्मेदारी संभाल की है. सीडीएस रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले एक नए विभाग, डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री एफेयर्स के सेक्रेटरी के तौर पर काम करेगा और रक्षामंत्री को सैन्य मामलों पर सलाह देगा. सीडीएस ही रक्षामंत्री का प्रधान सैन्य सलाहकार होगा. हालांकि, सैन्य सेवाओं से जुड़े विशेष मामलों में तीनों सेनाओं के चीफ पहले की तरह रक्षामंत्री को सलाह देते रहेंगे.