नई दिल्ली, 22 जुलाई : सीबीएसई ने 12वीं कक्षा का बोर्ड रिजल्ट जारी कर दिया है. 13 लाख से अधिक छात्रों ने यह परीक्षा पास की है. इस वर्ष 12वीं कक्षा में 92 प्रतिशत से अधिक बच्चे पास हुए हैं. सीबीएसई की यह परीक्षा पास करने वालों में 94.54 प्रतिशत छात्राएं और 91.25 प्रतिशत छात्र हैं. वहीं 100 फीसदी ट्रांसजेंडर स्टूडेंट्स इन परीक्षाओं में उत्तीर्ण हुए हैं. 12वीं कक्षा में कुल 92.71 प्रतिशत बच्चे उत्तीर्ण हुए हैं. इस बार भी छात्राओं का रिजल्ट छात्रों के मुकाबले बेहतर रहा. छात्रों के मुकाबले 3.29 प्रतिशत छात्राएं अधिक पास हुई हैं. इन परीक्षाओं में सबसे अधिक पास प्रतिशत के साथ त्रिवेंद्रम पहले स्थान पर है. दूसरे स्थान पर बेंगलुरु और तीसरे स्थान पर चेन्नई है. दिल्ली को चौथा और पांचवां स्थान हासिल हुआ है. शुक्रवार सुबह सीबीएसई ने कक्षा 12वीं का रिजल्ट जारी किया. देशभर के 14,44,341 बच्चों ने 12वीं की परीक्षाओं के लिए अपना पंजीकरण कराया था, जिनमें से 14,35,366 बच्चों ने परीक्षा दी और 13,30,662 पास हुए.
वहीं विदेशों में पढ़ने वाले 93.98 प्रतिशत बच्चों ने परीक्षाएं पास की है. सीबीएसई बोर्ड के मुताबिक इस वर्ष 4.72 प्रतिशत यानी 67,743 बच्चों की कंपार्टमेंट आई है. इनको को फिर से परीक्षा देनी होगी. सीबीएसई 12वीं कक्षा के बोर्ड रिजल्ट में इस वर्ष कुल 33,432 बच्चों ने 95 फीसदी से अधिक अंक अर्जित किए हैं. इनकी कुल संख्या 2.33 प्रतिशत है. वहीं 90 से 95 फीसदी अंक हासिल करने वाले बच्चों की संख्या 1,34,797 है. यह पास होने वाले कुल बच्चों का 9.39 प्रतिशत है. दिल्ली जोन की बात करें तो यहां कुल 96.29 प्रतिशत बच्चों ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा पास की. दिल्ली जोन से कुल 3,00,075 बच्चों ने इन परीक्षाओं में शामिल होने के लिए अपना पंजीकरण कराया था. इनमें से 2,98,395 बच्चे परीक्षा में शामिल हुए और 2,87,326 पास हुए. यह भी पढ़ें :
बीते वर्ष 99.3 7 प्रतिशत बच्चों ने यह परीक्षा पास की थी. हालांकि तब कोरोना के कारण बोर्ड परीक्षाएं नहीं देनी पड़ी थी और एक विशेष फामूर्ले के तहत उन्हें अंक प्रदान किए गए थे. वर्ष 2019 और 2020 के मुकाबले बच्चों ने इस बार बेहतरीन प्रदर्शन किया है. उन वर्षों के मुकाबले इस वर्ष कहीं अधिक बच्चे 12वीं कक्षा की परीक्षा पास करने में सफल रहे. गौरतलब है कि वर्ष 2019 में केवल 83.40 प्रतिशत बच्चे सीबीएसई बोर्ड की 12वीं परीक्षा पास कर सके थे. वहीं 2020 में 88.78 प्रतिशत बच्चों ने यह परीक्षा पास की थी. वहीं देशभर के सभी संगठित स्कूलों की बात की जाए तो जवाहर नवोदय विद्यालयों ने इन परीक्षाओं में टॉप किया है. सीबीएसई बोर्ड के मुताबिक इस वर्ष जवाहर नवोदय विद्यालय के 98.93 प्रतिशत बच्चे सफल रहे हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले यूजीसी ने देश के सभी विश्वविद्यालयों के लिए कुछ खास दिशा निर्देश जारी किए थे. इसके मुताबिक सभी विश्वविद्यालयों को सीबीएसई 12वीं बोर्ड का रिजल्ट न आने तक प्रथम वर्ष के दाखिले की प्रक्रिया पूरी न करने का निर्देश दिया गया था. अब जबकि सीबीएसई 12वीं बोर्ड का रिजल्ट जारी कर दिया गया है तो देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालय फस्र्ट ईयर से जुड़ी दाखिले की प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे. हालांकि इस वर्ष देश भर के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों समेत करीब 100 विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए 12वीं के अंकों का कोई महत्व नहीं रहेगा. इस वर्ष से इन सभी संबंधित संस्थानों में दाखिले के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट यानी कि सीयूईटी परीक्षा ली जा रही है.