नई दिल्ली, 10 जुलाई : सीबीआई द्वारा शनिवार को कार्ति चिदंबरम के चेन्नई स्थित घर की फिर से तलाशी लेने और कथित चीनी वीजा घोटाला मामले में कथित तौर पर दस्तावेजों को जब्त करने के मद्देनजर, कांग्रेस सांसद ने एजेंसी पर उनकी बेटी का लैपटॉप छीनने का आरोप लगाया. कार्ति चिदंबरम ने आईएएनएस के एक ट्वीट के जवाब में कहा, जब सीबीआई ने 17 मई, 2022 को नं 16, पाइक्रॉफ्ट्स गार्डन रोड, नुंगमबक्कम, चेन्नई स्थित आवास की तलाशी ली, तो उन्हें कुछ नहीं मिला. आवास में एक अलमारी थी जो बंद थी और मालिक विदेश में था. वह अलमारी आज खोली गई और केवल कपड़े थे. सीबीआई को कुछ नहीं मिला और कुछ भी जब्त नहीं किया. हालांकि, सीबीआई ने मेरी बेटी से संबंधित एक लैपटॉप और एक आईपैड को अवैध रूप से जब्त कर लिया है.
वह एक विश्वविद्यालय की छात्रा है . लैपटॉप में उसका शैक्षणिक कार्य है. हमने कार्रवाई का कड़ा विरोध किया है और अवैध कब्जे के खिलाफ अदालतों का रुख करेंगे. सीबीआई के एक सूत्र ने कहा कि जब जांच एजेंसी ने मई में कार्ति चिदंबरम के आवास पर छापेमारी की, तो घर के एक हिस्से को सील करना पड़ा क्योंकि चाबी कांग्रेस सांसद की पत्नी के पास थी, जो उस समय कथित तौर पर देश से बाहर थीं. सूत्र ने कहा, आज, कार्ति चिदंबरम की पत्नी जांच में शामिल हुईं और हमने घर के इस हिस्से को खोला. हमने कुछ आपत्तिजनक सबूत और दस्तावेज बरामद किए हैं. यह भी पढ़ें : कांग्रेस ने कर्नाटक में राजनीतिक मामलों की समिति बनाई
सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार, 2011 में, मानसा (पंजाब) स्थित एक निजी फर्म, तलवंडी साबो पावर लिमिटेड ने एक बिचौलिए की मदद ली और चीनी नागरिकों को समय सीमा से पहले एक परियोजना को पूरा करने में मदद करने के लिए वीजा जारी करने के लिए कथित तौर पर 50 लाख रुपये का भुगतान किया.