नई दिल्ली, 31 मई : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और संसद की सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित स्थायी समिति के प्रमुख शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने सीबीआई द्वारा हालिया छापेमारी के दौरान सांसद कार्ति चिदंबरम के आवास से समिति से संबंधित कुछ बहुत ही गोपनीय नोट जब्त किए जाने को विशेषाधिकार का गंभीर हनन करार दिया है. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इस संबंध में सोमवार को एक पत्र भी लिखा है. संसदीय समिति के प्रमुख की हैसियत से बिरला को लिखे पत्र में थरूर ने कहा सीबीआई की छापेमारी के दौरान समिति से संबंधित कार्ति चिदंबरम के अत्यंत गोपनीय दस्तावेजों को जब्त किया गया है. समिति की चर्चाएं और कार्यवाही तब तक गोपनीय होती हैं जब तक इसकी रिपोर्ट सदन के समक्ष पेश नहीं कर दी जाए.
थरूर ने नियमों का हवाला देते हुए यह भी कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के अधिकार क्षेत्र के अलावा किसी समिति की चर्चाओं या कार्रवाई को कोई तब तक नहीं देख सकता है जब तक उसे सदन के पटल पर न रख दिया जाए. यह समिति और इसके सदस्य के विशेषाधिकार का हनन है. हालांकि इससे पहले कार्ति चिदंबरम ने भी लोकसभा स्पीकर को इस संबंध में एक पत्र लिखा था. कार्ति चिदंबरम ने शुक्रवार को ओम बिड़ला को लिखे अपने पत्र कहा था, बतौर सांसद मेरे विशेषाधिकारों का घोर हनन किया गया है. यह भी पढ़ें : बच्ची से बलात्कार के मामले में व्यक्ति को आजीवन कारावास और जुर्माने की सजा
साथ ही कार्ति ने लोकसभा अध्यक्ष से इसका तत्काल संज्ञान लेने की अपील की थी. गौरतलब है कि सीबीआई ने गुरुवार को कार्ति से 2011 में 263 चीनी नागरिकों को वीजा जारी कराने से संबंधित एक कथित घोटाले के संबंध में लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की थी. यह कथित घोटाला जब कार्ति के पिता पी चिदंबरम केंद्रीय गृह मंत्री थे तब का है. हालांकि कार्ति ने अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को फर्जी बताया है और कहा कि यह सब राजनीतिक बदले की भावना के तहत किया गया.